देवास, नोटबंदी के 9 माह पूरे होने जा रहे हैं 1000 तथा 500 के नोट बंद होने के लगभग 1 महीने पहले से मशीनें लगातार नोट छापने का काम कर रही हैं। पिछले 9 माह से 24 घंटे नोट छापने वाली यह मशीनें अब
हांफने लगी हैं। इनमें लगातार मरम्मत की जरूरत पड़ने से नोटों की छपाई का काम धीमा हो गया है। उल्लेखनीय है इन मशीनों में तीन शिफ्ट में कर्मचारी काम कर रहे हैं। नोटों की छपाई का प्रेशर इतना ज्यादा है कि इन मशीनों की मेंटेनेंस के लिए भी पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण मशीन दम तोड़ दे रही हैं। मरम्मत कर मशीनों को शुरू किया जा रहा है।
बैंक नोट प्रेस के सूत्रों के अनुसार नोट छपाई का काम तेजी के साथ चल रहा है। प्रतिदिन 12 से 15 मिलियन नोट छपकर बाहर आ रहे थे। मशीनों की दुर्दशा और कर्मचारियों के अवकाश के कारण अब नोटों की छपाई 8 से 10 मिलियन प्रतिदिन की रह गई है। बैंक नोट प्रेस नोटों की छपाई का काम ज्यादा से ज्यादा हो इसके लिए प्रयासरत है।
नोट छापने वाली मशीन हांपने लगी,नोटों की छपाई का काम धीमा पड़ा
