नई दिल्ली, प्रियापाल सिंह पाल नामक महिला ने स्वयं को स्व. संजय गांधी की पुत्री होने का दावा कर राजनीतिक बम फोड़ दिया है। प्रिया ने कहा कि उनका डीएनए टेस्ट करवाया जाए ताकि उन्हें पहचान मिल सके। प्रिया ने दावा किया कि संजय गांधी व उनकी मां ने मंदिर में विवाह किया था और पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के परिवार को उनकी मां व पिता संजय गांधी के रिश्तों का पता था। प्रिया ने कहा अब तक जुटाए दस्तावेजों से पता चला है कि संजय गांधी ही उसके पिता थे लेकिन मां कहां हैं उनकी तलाश की जा रही है। प्रिया ने मीडिया से कहा कि उनके जन्म के तुरंत बाद जबरन उनकी मां को दिल्ली छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया और उसे पाल दंपति को गोद दे दिया। इस दंपति को भी पता था कि वह किसकी संतान है लेकिन उन्होंने भी मेरे जीवन को खतरा देख कभी भी मुझे दिल्ली नहीं आने दिया और पूरी तरह से सुरक्षा में रखा। अपने दावे के समर्थन में प्रिया सर्व धर्म संस्था के सुशील गोस्वामी महाराज को लेकर आई।
उन्होंने कहा कि संभवत: प्रिया संजय गांधी की पुत्री हो सकती हैं। गोस्वामी ने संजय गांधी के दोस्त होने का दावा करते हुए शपथपत्र पेश करते हुए कहा, उनकी जानकारी में है कि मेनका गांधी से विवाह से पूर्व संजय गांधी को एक लड़की हुई थी। वे पक्का दावा नहीं कर सकते कि प्रिया ही वह लड़की है लेकिन प्रिया का चेहरा, नैन-नक्श, चलने का स्टाइल संजय गांधी व उनके परिवार से मिलता है। प्रिया की मां के बारे में वे चुप्पी साध गए और कहा कि कई लड़कियां संजय गांधी से मिलने आती थीं। ऐसे में वह कैसे दावा कर सकते हैं कि उनमें से कौन प्रिया की मां हैं। प्रिया ने कहा संजय गांधी ने २१ वर्ष की आयु में उनकी मां से मंदिर में विवाह किया था और उनका जन्म १२ दिसंबर १९६८ को हुआ। उसका नाम प्रियदर्शनी रखा लेकिन राजनीतिक कारणों से उसे बलदेव सिंह पाल व उनकी पत्नी शीला सिंह पाल को देखभाल के लिए सौंप दिया।