तौलिये को बनाया कफन, भाई-भाभी की बांहें बनी अर्थी

रांची,चतरा में सरकारी चिकित्सकों की लापरवाही से एक आदिवासी युवक की मौत हो गयी, वहीं मौत हो जाने के बावजूद मृतक के परिजनों के आग्रह पर भी अस्पताल प्रबंधन ने शव को घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस तक मुहैया नहीं कराया, जिससे मृतक के परिजनों ने तौलिये को फाड़ कर कफन बनाया और भाई एवं भाभी की बांहें बनी अर्थी , फिर अस्पताल से निकल पड़ी एक गरीब की शव यात्रा। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का आदेश दिया और मुख्यमंत्री के निर्देश पर उपायुक्त संदीप कुमार ने दो चिकित्सा पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार चतरा जिले के टंडवा प्रखंड के शिदपा गांव निवासी आदिवासी युवक राजेंद्र उरांव को शनिवार की रात विषैले सांव ने काट लिया था। घटना के बाद राजेंद्र के परिजन उसे सोमवार सुबह ऑटो से लेकर चतरा सदर अस्पताल पहुंचे। राजेंद्र के साथ उसकी पत्नी सुनीता देवी और दुधमुंहा बच्चा भी उसके साथ था। अस्पताल में मौजूद प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. श्यामानंदन सिंह ने उसका उपचार किया , लेकिन कुछ ही घंटे बाद युवक की मौत हो गयी। इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन ने सदर थाना पुलिस को दी और पोस्टमार्टम के बाद दोपहर 12 बजे शव परिजनों को सौंप दिया गया। लेकिन शव घर तक पहुंचाने की व्यवस्था नहीं की गयी। शव को ले जाने के लिए परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से एम्बुलेंस की मांग की, तो कथित रुप से परिजनों से चार हजार रुपये की मांग की गयी। चतरा के अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिये गये है।
चतरा के उपायुक्त संदीप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर अस्प्ताल के प्रबंधक डॉ. निशांत कुमार और अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. कृष्ण कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजन यदि आपत्ति जताते है, तो इसकी भी जांच होगी कि उन्हें किस प्रकार की दवाएं दी गयी थीं।
तौफिले को फाड़ कर मृतक के चेहरे को छिपा कर और भाई-भाभी के बांहों पर गरीब की शवयात्रा काफी आगे निकल गयी, तो लोगों ने इसकी सुध ली और हंगामा मचा। बाद में मीडियाकर्मियों के हस्तक्षेप और एसडीओ के पहल पर एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध करा कर मृतक के शव को उसके पैतृक गांव भेजा गया।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्विट कर कहा कि चतरा की यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है,इससे वे काफी आहत है,ऐसी कोई भी घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच के आदेश दे दिये गये है और जिला अस्पताल के प्रबंधक और उप अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *