लालू के 12 ठिकानों पर CBI छापा ,लालू, राबड़ी और तेज प्रताप पर FIR दर्ज

नई दिल्ली/पटना, राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। शुक्रवार को लालू प्रसाद यादव के 12 ठिकानों पर सीबीआई ने छापे मारे। पटना, रांची, भुवनेश्वर और गुरग्राम में 12 स्थानों पर छापेमारी की गई है। इसके बाद लालू व बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है। सीबीआई ने तेजस्वी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से घंटों सवाल किए। छापे की जद में आईआरसीटीसी के पूर्व एमडी पी.के. गोयल, सुजाता होटल के 2 संचालकों और सरला गुप्ता भी आये हैं।
सूत्रों के मुताबिक लालू यादव लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। 27 जुलाई को उन्होंने मोदी हटाओ रैली पटना के गांधी मैदान में आयोजित की है। रैली के पूर्व लगभग 11 वर्ष पुराने मामले में सीबीआई की ताबड़तोड़ कार्यवाही से इसे राजनैतिक बदले की भावना से देखा जा रहा है।
साल 2006 में रेलवे का होटल निजी कंपनी को देने के मामले में लालू प्रसाद यादव की मुसीबत बढ़ गई है।  पटना स्थित लालू के घर पर दो दर्जन से ज्यादा अधिकारियों द्वारा जांच की गयी।  लालू, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेज प्रताप के अलावा दो कपंनियों के डायरेक्टरों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोप है कि रेलमंत्री रहने के दौरान लालू ने रांची और पुरी समेत अन्य रेलवे होटलों के विकास और मरम्मत का ठेका निजी कंपनी सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था।
-लालू के साथ दो कंपनियों में भी छापेमारी
सीबीआई ने जिन दो कंपनियों पर छापे मारे हैं, इनमें डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, अब लारा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड हो गई है सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापेमारी हुई है। सीबीआई ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव और आईआरसीटीसी के तत्कालीन एमडी पीके गोयल, सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के दो डायरेक्टरों विनय कोचर, विजय कोचर और सरला गुप्ता के यहां छापेमारी की है।
-जहां छापा डले हैं उनमें –
ग्रैंड होटल, फ्रेजर रोड, पटना- फार्म नं. ई-1, जीएफ केएच नं. 789/2, गांव- सतबाड़ी, नई दिल्ली, दक्षिण पश्चिम, दिल्ली
– परिवर्तन हाउस, महिपालपुर, महरौली रोड, नई दिल्ली
– लारा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, नई दिल्ली
घोटाले की जड़-
-क्या है पूरा मामला
रांची और पुरी के चाणक्य बीएनआर होटल जो रेलवे के हेरिटेज होटल थे. लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए इन होटलों को अपने करीबियों को लीज दिया था। ये दोनों होटल अंग्रेजों के जमाने के थे। इनका ऐतिहासिक महत्व था।लालू प्रसाद जब रेल मंत्री थे तब रेल मंत्रालय ने रांची एवं पुरी के ऐतिहासिक होटल बीएनआर को लीज पर देने का निर्णय लिया. इस लीज के लिए रांची के कुछ होटल व्यापारियों के अलावा लालू प्रसाद के निकट के सहयोगी एवं झारखंड से राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी दोनों होटलों को लेने में सफल रही और रांची के बीएनआर होटल को पटना के प्रसिद्ध होटल चाणक्य के संचालक हर्ष कोचर को 60 साल के लिए लीज पर
आवंटित किया था। लालू प्रसाद का कहना है कि रेलवे ने नियम के तहत इन होटलों को लीज पर दिया था और इससे उनका कोई लेना देना नहीं है.

छापे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में आपात बैठक की। आरजेडी के बिहार अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने केंद्र सरकार पर लालू यादव को फंसाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, सीबीआई की कार्रवाई केंद्र सरकार के इशारे पर की जा रही है। छापों के बाद लालू यादव ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाए हैं। लालू प्रसाद करोड़ों रुपये के चारा घोटाला मामले के संबंध में सीबीआई अदालत में पेश होने के लिए रांची में थे। लालू ने कहा है कि वह भाजपा की गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं हैं। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। इस पर केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा है कि इस पूरी कर्रवाई में केंद्र का कोई हाथ नहीं है। इस पर भाजपा सांसद गिरीराज सिंह ने नीतीश कुमार पर जुबानी हमला बोला है। गिरीराज ने कहा कि नीतीश गलत लोगों के साथ हैं।

यह है घोटाला: सीबीआई ने ऐसे की कार्रवाई
सीबीआई के अपर निदेशक राकेश अस्थाना ने बताया कि शुक्रवार सुबह सात बजे से पटना, रांची, भुवनेश्वर और गुरग्राम में 12 स्थानों पर छापेमारी की गई। मामला भारतीय दंड विधानकी धारा 120बी आपराधिक साजिश, 420 धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का है। पूरी साजिश 2004 से 2014 के बीच में रची गई जिसके तहत पुरी और रांची स्थित भारतीय रेलवे के बीएनआर होटलों के नियंत्रण को पहले आईआरसीटीसी को सौंपा गया और फिर इसका रखरखाव, संचालन और विकास का काम पटना स्थित सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया गया। आरोप यह है कि 2004 से 2014 के बीच निविदाएं देने की इस प्रक्रिया में धांधली की गई और निजी पक्ष (सुजाता होटल) को फायदा पहुंचाने के लिए निविदा की शर्तो को हल्का कर दिया गया। इसके बदले में पूर्वी पटना में तीन एकड़ जमीन को बेहद कम कीमत पर डिलाइट मार्केटिंग को दिया गया जो कि लालू यादव के परिवार के जानकार की है। फिर इसे लारा प्रोजेक्ट्स को स्थानांतरित कर दिया गया, जिसके मालिक लालू के परिवार के सदस्य हैं।
अस्थाना ने बताया कि यह स्थानांतरण भी बेहद कम कीमत पर किया गया, जहां सर्कल रेट के अनुसार भूमि की कीमत 32 करोड़ रुपये थी उसे लारा प्रोजेक्ट्स को करीब 65 लाख रुपये में स्थानांतरित किया गया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद पांच जुलाई को मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई ने तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव (69), उनकी पत्नी राबड़ी देवी, उनके बेटे तेजस्वी यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सुजाता होटल के दोनों निदेशक विजय एवं विनय कोचर, चाणक्य होटल, डिलाईट मार्केटिंग कंपनी (जो अब लारा प्रोजक्ट्स के तौर पर पहचानी जाती है) के मालिकों और तत्कालीन आईआरसीटीसी के प्रबंधक निदेशक पी के गोयल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। वर्ष 2001 में भारतीय रेलवे के होटलों सहित उसकी खानपान सेवाओं का प्रबंधन आईआरसीटीसी को सौंपने का निर्णय लिया गया था।

मोदी-शाह रच रहे साजिश : लालू
मैं भाजपा की गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं हैं। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। यह भी मालूम नहीं कि मामला क्या है। सीबीआई से तुरंत केस भी हो जाता है और छापे भी पडऩे लगते हैं। मैंने जो भी किया वह कानून के दायरे में किया। उन्होंने कहा, मैंने कुछ गलत नहीं किया, कार्रवाई सियासी साजिश है। भाजपा और आरएसएस वाले हमें झुकाना चाहते हैं इसलिए छापेमारी की गई है। मोदी सरकार पटना में 27 जुलाई को होने वाली आरजेडी की रैली को फ्लॉप करना चाहती है, इसलिए सीबीआई के माध्यम से लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह हर उस आदमी पर हमला करवा रहे हैं जो गरीबों की बात करता है या उनका विरोध करता है। आधी जिदंगी मेरी इनसे लड़ते हुए ही बीती है। सीबीआई जहां बुलाएगी वहां मैं उपलब्ध हो जाऊंगा।

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