दार्जिलिंग हिंसा : GJM बंद के छठे दिन हिंसा, पुलिस अधिकारी की मौत

दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल का दार्जिलिंग 6 दिनों से सुलग रहा है। शनिवार को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जेजीएम) के कार्यकर्ताओं और सुरक्षाबलों बीच झड़प में इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के एक सहायक कमांडेंट की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने खुकरी (कटार जैसा हथियार) घोंपकर उन्हें मार डाला। पहले खुकरी लगने से आईआरबी की दूसरी बटालियन के सहायक कमांडेंट किरण तमांग गंभीर रूप से घायल हो गए। तमांग को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। उधर, जीजेएम सुप्रीमो बिनय तमांग ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पार्टी के एक जुलूस पर गोली चलाई जिसमें उनकी पार्टी के दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। बहरहाल, एडीजी (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा ने इस आरोप का खंडन किया और कहा कि पुलिस ने कोई गोली नहीं चलाई है। शर्मा ने कहा, यह जीजेएम के कार्यकर्ता थे जिन्होंने गोलियां चलाई। जीजेएम द्वारा आहूत अनिश्चितकालीन बंद शनिवार को छठे दिन भी जारी है, जिसके चलते उत्तरी पश्चिम बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। प्रदर्शनकारी एक जीजेएम विधायक के बेटे को पुलिस द्वारा घर से उठाए जाने और एक अन्य जीजेएम नेता के घर में तोडफ़ोड़ की घटनाओं के खिलाफ विरोध पर उतरे हैं। स्थिति को काबू में रखने के लिए सेना बुला ली गई है। जीजेएम के सहायक महासचिव बिनय तमंग ने दावा किया कि पुलिस और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार रात करीब तीन बजे उनके घर में भी उसी प्रकार छापेमारी और तोडफ़ोड़ की, जैसे दो दिन पहले उन्होंने पार्टी प्रमुख बिमल गुरंग के घर पर की थी। तमंग ने साथ ही दावा किया कि पुलिस ने जीजेएम के विधायक अमर राय के बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है। अमर राय का कहना है कि उनके बेटे का राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है। तमंग ने एक बयान में कहा, हम स्तब्ध हैं कि पिछली रात एक स्थानीय पत्रकार विक्रम राय को गिरफ्तार कर लिया गया। राय कोलकाता के कई मीडिया संस्थानों से जुड़े हैं। वह एक टेलीविजन चैनल के लिए स्ट्रिंगर के रूप में भी काम कर चुके हैं। अगर दार्जिलिंग में स्थानीय पत्रकार तक सुरक्षित नहीं हैं तो कौन हो सकता है। उन्होंने कहा, दार्जिलिंग में आभासी आपातकाल लागू कर दिया गया है। तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता देवराज गुरंग ने दावा किया कि जीजेएम समर्थकों ने लेबोंग कार्ट रोड स्थित उनके आवास पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके। जीजेएम समर्थकों ने कथित तौर पर पंखाबाड़ी में एक स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ता के आवास पर हमला किया और बिजोनबाड़ी में पीडब्ल्यूडी के कार्यालय में आग लगा दी।
टॉय ट्रेन सेवा स्थगित
एक रेल अधिकारी के मुताबिक, यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) की टॉय ट्रेन सेवा भी स्थगित कर दी गई है।
इसलिए फैला तनाव
राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बीच चल रहे घमासान के चलते दार्जिलिंग की वादियों में अशांति व्याप्त है। जीजेएम ने सरकारी स्कूलों में बांग्ला भाषा को अनिवार्य किए जाने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले के विरोध में पहाड़ी क्षेत्र दार्जिलिंग एवं कालिम्पोंग जिले में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। जीजेएम अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
ममता ने पूछा-कहां से आए हथियार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में जो कुछ हो रहा है उसके पीछे गहरी साजिश है। यह सब एक दिन में नहीं हुआ। ये हथियार एक दिन में नहीं जुटाए गए। वो (प्रदर्शनकारी) इन्हें काफी वक्त से जुटा रहे थे। इस साजिश की गहरी जड़ें हैं। आपने 5 साल ऐश किए अब जब चुनाव नजदीक हैं और आपको जनता का भरोसा खो देने का डर है तो हिंसा पर उतारू हो गए। उन्हें अवैध हथियार और पैसा कहां से मिलता है। हम उनसे बातचीत को तैयार हैं। हम संविधान के उल्लंंघन की मदद नहीं कर सकते।
जीजेएम की मांग- केंद्र दखल दे
पर्यटन में 90 प्रतिशत गिरावट
पश्चिम बंगाल में पर्यटकों की तादाद करीब 90 फीसदी कम हो गई है। दार्जिलिंग को क्वीन ऑफ हिल्स या पहाड़ों की रानी भी कहा जाता है। 1860 से ही दार्जिलिंग सबसे मशहूर पर्यटक हब में से एक गिना जाता है। हर साल यहां करीब एक लाख टूरिस्ट आते हैं। भारत में टूरिज्म के लिहाज से पिछले साल दार्जिलिंग तीसरे नंबर पर रहा था।

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