भोपाल,गुरूवार को वट-सावित्री क्रत के अवसर पर सुहागिनों ने श्रध्दा के साथ क्रत रखा,बरगद वृक्ष की पूजा की ,तथा अपने अक्षय सुहाग का वरदान मांगा। मान्यता है कि पौराणिक काल में सावित्री ने अपने सतीत्व के बल पर यमराज को भी अपने पति सत्यवान के प्राण छोड़ देने के विवश कर दिया था। तभी से ज्येज् माह की अमावस्या को यह पर्व सुहागिन महिलाओं व्दारा मनाये जाने व पति के अमरत्व का वरदान पाने की परम्परा प्रारम्भ हुई है। क्रत करने वाली सुहागिन प्रतीक्षा व स्वप्निल ने बताया कि आधुनिक काल में भी यह क्रत श्रध्दा के साथ विधि- विधान से मनाया जाता है।