मुसलमानों को लेकर सकारात्मक रुख पीएम मोदी का : मदनी

नई दिल्ली,देश में नरेन्द्र मोदी के पीएम बनने के बाद से कहा जाता रहा हैं कि देश में मुस्लिम समुदाय सुरक्षित नहीं हैं लेकिन इसके उल्टे मुस्लिम नेताओं के पीएम से मुलाकात के बाद यह विचार कुछ बदला है।बात दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाल ही में मुस्लिम शिष्टमंडल के साथ मुलाकात करने वाले जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव महमूद मदनी ने मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर मोदी के रूख को ‘सकारात्मक’ करार दिया, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी सरकार और पार्टी के लोगों को तीन तलाक जैसे ‘संवेदनशील मुद्दे’ पर सियासी बयानबाजी से रोकना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री के उस बयान की तारीफ की जिसमें मोदी ने कहा था कि तीन तलाक के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवी लोगों को इस मामले को हल करने के लिए आगे आना चाहिए।
मदनी के नेतृत्व में एक मुस्लिम शिष्टमंडल ने मोदी से मुलाकात की थी जिसमें तीन तलाक और कई मुद्दों पर चर्चा की गई थी। मदनी ने कहा,कुल मिलाकर यह कहा जाएगा कि प्रधानमंत्री के साथ हमारी मुलाकात बहुत सकारत्मक रही। वह हमें बहुत सकारात्मक लगे। इसी सकारात्मकता की वजह से यह बात हुई कि एक व्यवस्था बने जिसके माध्यम से समाज की बातों को उन (प्रधानमंत्री) तक पहुंचा सके। हमने कहा कि हमारे बहुत सारे मुद्दे हैं और एक साथ सब पर बात नहीं हो सकती। इसलिए हमने एक व्यवस्था बनाने की बात की जिससे उन तक सारी बातें पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा,भारत सरकार और मुस्लिम समाज के बीच बहुत दूरी है। इस दूरी को पूरी तरह खत्म तो नहीं किया जा सकता,लेकिन इसे काफी हद तक कम किया जा सकता है।” तीन तलाक के मामले पर प्रधानमंत्री के बयान की तारीफ करते हुए मदनी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। हमने इस बयान की तारीफ की है…वैसे प्रधानमंत्री की अपनी सरकार और पार्टी के कुछ लोग तीन तलाक पर सियासी बयानबाजी कर रहे है। इन लोगों को इस संवेदनशील मुद्दे पर बयानबाजी करने से प्रधानमंत्री खुद रोकें। वह हमारे प्रधानमंत्री हैं और यह करना उनकी जिम्मेदारी है।”
महमूद मदनी ने कहा, “तीन तलाक पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से कदम उठाने का वो असर नहीं होगा जो आप लोगों के जरिए होगा। उन्होंने कि आप लोग (शिष्टमंडल) ही अपनी बहन-बेटियों को मुसीबत से निकालने के लिए खुद आगे बढ़ें।” गौरक्षा के नाम पर होने वाली हिंसा का हवाला देते हुए मदनी ने कहा,देश में जो हालात बनाए जा रहे हैं, जिस तरह से मारपीट हो रही है, नफरत भरी बयानबाजी हो रही है, वो चिंता का विषय है। अपनी इन चिंताओं से हमने प्रधानमंत्री को अवगत कराया है।” उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने बहुत अच्छी बात कही कि देश का अगर कोई व्यक्ति पिछड़ गया तो हम विकास नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि हम किसी के साथ नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *