नई दिल्ली, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ईवीएम में के मामले में केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा सभी राजनीतिक दलों की सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में चुनाव आयोग ईवीएम मशीन को लेकर दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी द्वारा जो डेमो किया गया है। उस के संबंध में स्थिति स्पष्ट करेगा।
राजनीतिक दलों के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी विपक्षी दल आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में ईवीएम मशीनों की जांच कराए जाने, और पांच राज्यों की चुनाव के दौरान जो ईवीएम मशीनें, उपयोग में लाई गई है। उनकी जांच कराने पर सभी विपक्षी दल चुनाव आयोग पर दबाव बनाएंगे।
आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज ने बिल्ली के गले में घंटी बांधने का काम किया है। सारे विपक्षी दलों को इससे एक ताकत मिली है। सभी विपक्षी दल ईवीएम मशीनों की हैकिंग को लेकर आम आदमी पार्टी ने जो दावा किया है। उसकी जांच कराने को लेकर विशेषज्ञों को बुलाकर इसकी जांच कराने और प्रिंटिंग मशीन लगाने पर दबाव बनाएंगे।
दिल्ली विधानसभा में ईवीएम मशीन को जिस तरह हैक करके बताया गया है। उसके बाद चुनाव आयोग पर भी काफी दबाव बढ़ गया है। चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर अब सभी जगह सवालिया निशान लग रहे हैं महाराष्ट्र एवं उत्तराखंड हाईकोर्ट ने भी अपने आदेशों में चुनाव आयोग के ऊपर दबाव बढ़ा दिया है। ऐसा माना जा रहा है। चुनाव आयोग अब आर पार की मुद्रा पर आ गया है। वह एक चुनौती के रूप में पांच राज्यों की विधानसभा चुनाव में उपयोग की गई ईवीएम मशीन को हैक करने की चुनौती राजनीतिक दलों को दे सकता है।