भाजपा को देना है राजनीतिक वनवासः सिंधिया

गुना, प्रदेश सरकार घोषणाएं करती है लेकिन उन पर अमल नहीं करती है। जब कांग्रेस सत्ता में थी तो उसने सत्ता का विकेंद्रीकरण किया था, लेकिन प्रदेश शासन मे भ्रष्टाचार का विकेंद्रीयकरण कर दिया है। व्यापमं कांड के अंदर शासन व्यवस्था के कई भ्रष्टाचारी मगरमच्छ पल रहे हैं। आज प्रदेश के अंदर यह कहावत कई जगह प्रचलित हो गई है कि चाहिए परमीशन तो दे दो कमीशन। नर्मदा सेवा यात्रा सर्वे यात्रा में बदल गई है। दिन में यहां सेवा यात्रा होती है रात में अवैध उत्खनन धड़ल्ले से होता है।
उक्त बात गुना-बमोरी क्षेत्र के दौरे पर आए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विभिन्न ग्रामों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कही। सांसद सिंधिया ने मिशन 2018 की हुंकार भरते हुए कहा कि आगामी चुनाव कांग्रेस का भविष्य का चुनाव नहीं बल्कि प्रदेश की महिला, किसान और युवाओं के भविष्य का चुनाव है। 2018 में अगले चुनाव में भाजपा को 14 वर्ष के राजनीतिक वनवास पर भेजना है। सांसद सिंधिया ने प्रधानमंत्री सड़क योजनांतर्गत भूराखेड़ी में सेनबोर्ड-हमीरपुर से भूराखेड़ी सड़क का शिलान्यास करते हुए कहा कि यह सरकार सूट-बूट वालों की अधिक चिंता करती है किसानों की नहीं। किसान विरोधी इस सरकार के शासन में पहले तो बिजली और खाद नहीं मिलती थी अब तो फसल का भुगतान ही समय पर नहीं मिल रहा है।
आमजन से दूर करती है लालबत्ती-सांसद सिंधिया
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही लालबत्ती पर प्रतिबंध लगाए जाने पर सांसद सिंधिया ने कहा कि उन्होंने छह साल मंत्री रहते कभी लाल बत्ती का उपयोग नहीं किया, क्योंकि लाल बत्ती आमजन से दूर कर देती है। सांसद सिंधिया ने भाजपा की कथनी और करनी पर हमला करते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि प्राण जाए पर वचन न जाए, मगर भाजपा कहती है वचन जाए पर वचन न जाएं। प्रदेश में भाजपा के 13 साल के शासन में डॉक्टर और दवाओं का अभाव है, इसके लिए सरकार जिम्मेदार है।
टेंकरों की गुणवत्ता पर बरसे सिंधिया
सांसद सिंधिया द्वारा बमोरी क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए भीषण गर्मियों में जलसंकट से निजात दिलाने दिए गए टेंकरों की गुणवत्ता को बमोरी मे परखने के बाद सांसद सिंधिया इनको दुरुस्त करने के निर्देश दिए।जिनमे टायर, कमानी पत्ते व टोंटी ठीक कराने को कहां। उल्लेखनीय है कि सांसद सिंधिया द्वारा सांसद निधि से प्रदाय उक्त टेंकरों को एमपी एग्रो द्वारा निर्माण कराया गया है। जिन्हें ग्राम पंचायतों में सौंपने से पूर्व सांसद सिंधिया द्वारा गठित कमेटी के माध्यम से जांच होनी थी। लेकिन इन्हें बिना कोई जांच की कसौटी पर खरा उतारे बिना ही ग्राम पंचायतों को सौंप दिए गए। इस बावत सांसद सिंधिया ने गत शाम जिला सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति ने जबाव तलब किया तो कलेक्टर राजेश जैन ने बुधवार को बमोरी में ही अवलोकन कराने की बात की। जब बुधवार को टेंकरों का अवलोकन किया गया तो टेंकरों में घटिया टायर, कमजोर कमानी और कम टोंटियां मिली। सांसद सिंधिया ने अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए कि टेंकरों के टायर बदले जाएं और मजबूत कमानी की जाए।

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