फैजाबाद, भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं जल संसाधन मंत्री उमाभारती ने कहा है कि अयोध्या में रामलला का मंदिर बनना ही चाहिए क्योंकि यह करोड़ों हिन्दुओं से जुड़ा आस्था का प्रश्न है। भारती ने विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन एवं प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर पर जाकर माथा टेकने के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि वह अचानक अयोध्या आ गई क्योंकि उनके मन में भगवान राम के प्रति बहुत ही श्रद्धा है। उनका स्मरण करते ही उन्होंने सोचा कि अब अयोध्या जाकर वह रामलला एवं प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी का दर्शन करें। उन्होंने कहा कि यह मेरी धार्मिक यात्रा है, रामलला मेरे माता-पिता हैं। जब मैं भारतीय जनता पार्टी में नहीं थी तब भी मैं अयोध्या आकर रामलला का दर्शन बराबर करती थी। बाबरी मस्जिद विध्वंस के मामले में आपराधिक मुकदमा चलाने की मंजूरी जो उच्चतम न्यायालय ने दी है उसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकती हूं। जो कुछ भी कहना होगा अदालत में कहूंगी।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत ठीक है। विकास की गति में तेजी है। जब रामलला चाहेंगे मंदिर का निर्माण हो जाएगा। यह पूरे देश के आस्था का विषय है। रामलला टाट में हैं। उनका संकल्प पूरा हो इसीलिए वह रामलला के दर्शन करने आई हैं। उन्होंने राम मंदिर विवाद पर कहा कि वह राम आंदोलन से कभी अलग नहीं रही। आंदोलन सार्थक उसी दिन हो गया था जिस दिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय की विशेष पूर्णपीठ की तीन जजों की बेंच ने एक सुर में विवादित स्थल को रामलला का स्थान कहा था। उन्होंने कहा कि कारसेवकों का बलिदान सार्थक हो गया है। अब सिर्फ मंदिर की बात रह गई है। इसके लिए रास्ता निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि जब न्यायालय ने कह दिया कि आपस में बात करके इसे समझौते से निस्तारण किया जाए तो निश्चित ही इसका हल संभव है। उसके बाद वह गोरखपुर के लिए रवाना हो गईं।