नई दिल्ली,जिस निर्भंया कांड ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था, उस पर सुप्रीम कोर्ट ने आखिरी फैसला सुना दिया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा चारों दोषियों को दी गई मौत की सजा बरकरार रखी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर निभहृया की मां ने कहा कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं। उनकी बेटी को न्याय मिल गया। फैसला आने से पहले भी निभहृया के माता-पिता दोनों ने न्यायतंत्र पर भरोसा जताते हुए कहा था कि सु्प्रीम कोर्ट जरूर दोषियों को मौत की सजा सुनाएगा और अपने फैसले से उनकी बेटी को न्याय दिलाएगा। यह पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल होगा।
गौरतलब है कि निभहृया केस की सुनवाई जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस आर भानुमति और जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने की है। दोषियों अक्षय, पवन, विनय शर्मा और मुकेश ने दिल्ली हाई कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी जिसमें उन्हें फांसी की सजा सुनाई है।