पुणे,भारत सरकार की नोटबंदी मुहिम के दौरान पुराने पांच सौ और हजार के नोट नहीं बदल सकी देह व्यापार पीड़ित अरुणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। अरुणा को तस्करी कर भारत लाया गया था और यहां उसे एक वेश्यालय को बेच दिया गया था। बांग्लादेश की अरुणा देह कारोबार में फंसी थी और पिछले डेढ़ साल से वह चोरी-छुपे पैसे बचा रही थी। ग्राहकों से मिलने वाली बख्शीश को अरूणा इसी उम्मीद के साथ संभाल कर रखती कि जिस दिन उसे अपने घर जाने का मौका मिलेगा वह खाली हाथ नहीं होगी। अरुणा को जब वेश्यालय से बचाया गया तो अरुणा के पास 10 हजार रुपए थे, लेकिन अब अरुणा के वे पैसे किसी काम के नहीं हैं क्योंकि अब पुराने नोट बंद हो चुके हैं। जिस संस्थान ने अरुणा को वेश्यालय से बाहर निकाला था, उन्हीं की मदद से अरुणा ने ट्विटर पर मोदी से अपनी शिकायत दर्ज करायी है।
मोदी को ट्विटर के माध्यम से भेजे अपने पत्र में अरुणा ने बताया कि कैसे वह वेश्यालय में चुपके से अपने पैसे बचा रही थी ताकि एक दिन वह उसे घर ले जा सके। ये पैसा मैंने बहुत तकलीफ सह कर बचाये हैं इसलिये इन्हें बदलने में मेरी मदद कीजिए। बांग्लादेश में अरुणा एक कपड़ा फैक्टरी में काम करती थी जिसे अच्छी नौकरी का झांसा देकर भारत लाया गया था। लेकिन सीमा पार करते ही उसे एक वेश्यालय को बेच दिया गया। पहले उससे बेंगलूरु के एक वेश्यालय में डेढ़ साल काम करवाया गया और फिर पुणे के एक वेश्यालय को बेच दिया गया और यहीं से उसे बचाया गया है। इस साल मार्च में अरुणा को घर वापस जाने का परमिट भी मिल गया।