मुम्बई,आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर शीर्ष स्तर के बल्लेबाज हैं। वॉर्नर परंपरागत शॉट्स खेलने के साथ ही स्विच हिट, रिवर्स स्वीप जैसे शॉट भी इतने बेहतरीन अंदाज से खेलते हैं कि विरोधी गेंदबाजों को समझ ही नहीं आता कि वॉर्नर के लिए फील्डिंग कैसी लगाई जाए। कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ वॉर्नर ने सिर्फ 43 गेंदों में शतक जमा दिया, उन्होंने 59 गेंदों में 126 रन की विस्फोटक पारी खेली। कोलकाता का गेंदबाजी आक्रमण आईपीएल में सबसे बेहतर माना जाता है पर वॉर्नर ने उन्हीं गेंदबाजों के खिलाफ जमकर स्ट्रोक खेले। उन्होंने सुनील नरेन और कुलदीप यादव जैसे स्पिनर्स की जमकर पिटाई की। कुलदीप और नरेन को समझ नहीं आया कि आखिर वॉर्नर को किस लेंथ और लाइन पर गेंद फेंकी जाए।
वैसे तो क्रिकेट की दुनिया में कई ऐसे बल्लेबाज हैं जो रिवर्स स्वीप और स्विच हिट लगा लेते हैं लेकिन वॉर्नर ने अच्छा इन शॉटों को और कोई बल्लेबाज नहीं खेलता। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले वॉर्नर दाएं हाथ से भी बल्लेबाजी कर लेते हैं। वॉर्नर ने 13 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था तब उस दौरान उनके कोच ने उन्हें दाएं हाथ से बल्लेबाजी करने की सलाह दी थी क्योंकि वो बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हुए ज्यादातर शॉट्स हवा में खेलते थे।