करेली,म.प्र. सड़क विकास निगम की जबलपुर नरसिंहपुर पिपरिया एसएच 22 बीओटी मार्ग पर इन दिनों रिन्यूवल का कार्य तेज गति से जारी है। करेली से गाड़रवारा, पिपरिया की ओर जाने वाले मार्ग में करेली से बटेसरा तक की सड़क चकाचक हो गई है इसका कार्य तेज गति से चालू है। एक साल पहले सड़क की जर्जर स्थिति के बाद हाईकोर्ट की फटकार के बाद इस मार्ग पर लगने वाला टोल बंद हो गया था। हाईकोर्ट ने मार्ग के सुधार के निर्देश भी दिये थे।
बिगत दस वर्षो से सडक के मरम्मत का कार्य नही हुआ था। ऐसे में सड़क बेहद ही जर्जर हालत में हो गई थी। इस खचाडा हो चले इस स्टेट हाइवे के लिये भी यह रिन्यूवल अच्छी खबर लाया है। जर्जर सड़क के कारण वाहन चलाने वालों को बेजा परेशानी होती थी।
इस मार्ग के सुधार के हाईकोर्ट ने निर्देश भी दिये थे। आरटीआई कार्यकर्ता व आओ बचाएं अपना मध्यप्रदेश के अध्यक्ष विनायक परिहार ने सड़क की बदहाली पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिस पर 01 साल पहले जबलपुर नरसिहपुर पिपरिया टोल रोड मामले मे जबलपुर हाई कोर्ट ने एमपीआरडीसी मप्र राज्य सडक विकास निगम को न्यायालय की अवमानना के नोटिस जैसे ही जारी किये वैसे ही एमपीआरडीसी के 3 नाकों को बंद कर दिए जाने के आदेश प्रबंधक संचालक द्वारा जारी कर दिए गए। जिसके बाद करेली तथा बहोरीपार एवं जबलपुर जिले के अंतर्गत शहपुरा-भिटौनी के टोल टैक्स नाके भी बंद हो थे।
म.प्र. शासन ने वर्ष 2002 में राज्य हेतु निगम के माध्यम से 140 किमी. जबलपुर नरसिंहपुर पिपरिया (एसएच-22) सड़क के सुद्दीकरण एवं चौड़ीकरण के कार्य को निजी निवेशक के माध्यम से करने का निर्माण लिया था। वर्ष 2003 में राज्य सेतु निगम द्वारा जलगांव (महाराष्ट्र) के निजी निवेशक मे0 ताप्ती प्रीस्टैस्ड प्रोडक्ट लि. को 18 माह में पूर्ण करने हेतु अनुवंधित किया गया था।