मुंबई,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास का प्रकाश जब तक आम आदमी तक नहीं पहुँचता तब तक वह बेमानी है। मध्यप्रदेश सरकार चौतरफा विकास के साथ प्रदेश को देश का अग्रणी प्रदेश बनाने के लिये संकल्पित है। वह मुंबई में सीआईआई की क्षेत्रीय वार्षिक बैठक के अवसर पर आयोजित बिल्डिंग काम्पीटीटिवनेस-ड्राइविंग डेवलपमेंट सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
चौहान ने कहा कि अब से 12 वर्ष पूर्व जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे, मध्यप्रदेश देश के बीमारू राज्यों में शामिल था और उन्हें भी प्रशासन का कोई अनुभव नहीं था।चौहान ने कहा कि मैंने प्रदेश को पिछड़ा राज्य नहीं रहने देने का संकल्प लिया। सडक़, पानी और बिजली के साथ ही खराब कानून-व्यवस्था को सुधारने का बीड़ा उठाया। संकल्प की पूर्ति की राह में सवा लाख किलोमीटर सडक़ बनाने का अभियान शुरू किया। सरकार राज्य के सभी 53 हजार गाँव को सडक़ से जोडऩे पर काम कर रही है। बिजली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया। उन्होंने बताया कि आज राज्य में 18000 मेगावॉट बिजली पैदा होती है जो जरूरत से ज्यादा है।
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 वर्ष में किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य की पूर्ति के लिये मध्यप्रदेश ने सबसे पहले रोडमेप तैयार कर लिया है।
विदेशी निवेश का मध्यप्रदेश में स्वागत
मुख्यमंत्री मुंबई में रूस कॉन्सल जनरल आन्द्रेई जिल्टसोव, सिंगापुर के अजित सिंह, इजराइल के डेविड अकोव, तुर्की के एर्डल साबरी एर्गेन, जापान के कार्यकारी कॉन्सल जनरल वाई. कावटा, जर्मनी के डेपुटी कॉन्सल जनरल गैब्रिएले बोनर, ऑस्ट्रेलिया के सीनियर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट कमिश्नर जॉन मैड्यू और यूके ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट के सेक्रेटरी हेडेन स्पाइसर से भेंटकर निवेश संबंधी विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भेंट और चर्चा काफी सकारात्मक रही, जिसका सुपरिणाम प्रदेश को आने वाले समय में विकास और रोजगार के बड़े अवसर के रूप में प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने विदेशी वाणिज्यिक प्रतिनिधियों को नमामि देवि नर्मदा यात्रा की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में नर्मदा नदी 1100 किलोमीटर बहती है। नदी के संरक्षण के लिये मध्यप्रदेश शासन कृत संकल्प है। इसी उद्देश्य से नमामि देवि नर्मदा सेवा यात्रा 11 दिसम्बर 2016 से आरंभ की गई है। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को यात्रा में 11 मई तक आने का निमंत्रण दिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ प्रमुख सचिव जनसंपर्क एस.के. मिश्रा, प्रमुख सचिव उद्योग मोहम्मद सुलेमान, जनसंपर्क आयुक्त अनुपम राजन तथा एमपीएसआयडीपी के प्रबंध संचालक डी.पी. आहूजा उपस्थित थे।