भोपाल,स्वास्थ्य विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के जवाब में गुरूवार को स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह ने प्रदेश के अनेक जिलों के चिकित्सालयों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाये जाने के साथ ही कई उपस्वास्थ्य केन्द्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में परिवर्तित किए जाने की घोषणा की।
उन्होंन कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में कैंसर रोगियों के लिये नि:शुल्क कीमो-थैरेपी और किडनी रोगियों के लिये डायलिसिस की व्यवस्था है। प्रदेश में मातृ मृत्यु दर पिछले 13 वर्ष में 379 से घटकर 221 और शिशु मृत्यु दर 50 हो गयी है। मध्यप्रदेश देश में इन दरों में सबसे तेजी से गिरावट वाले राज्यों में शामिल हो गया है। लोगों का शासकीय अस्पतालों में चिकित्सा उपचार में भरोसा बढ़ा है। इसका प्रमाण है प्रति वर्ष 5 करोड़ 13 लाख लोग शासकीय अस्पतालों की ओपीडी का लाभ ले रहे हैं।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आयुष मंत्री रुस्तम सिंह ने यह जानकारी आज विधानसभा में विभाग की अनुदान माँगों का उत्तर देते हुए दी।
पहली बार प्रदेश में हुआ इतने अस्पतालों का उन्नयन
सिंह ने बताया कि मुरैना जिले में 300 बिस्तरीय जिला चिकित्सालय का 600 बिस्तर में, बामौर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में 10 बिस्तर का 50 बिस्तर में, उप स्वास्थ्य केन्द्र भर्रा का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन, 30 बिस्तरीय बीमाक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नूराबाद का सीमाक संस्था में उन्नयन, उप स्वास्थ्य केन्द्र परीछा का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन और कराधाम में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना की जायेगी।
शिवपुरी में 300 बिस्तर वाले जिला चिकित्सालय में अब 400 बिस्तर होंगे। जिला चिकित्सालय श्योपुर का 100 से 200 बिस्तर में, उप स्वास्थ्य केन्द्र रघुनाथपुर का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन और उप स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन किया जायेगा।
ग्वालियर में जिला चिकित्सालय मुरार का 200 से 300 बिस्तर में, सिविल अस्पताल हजीरा का 48 से 100 बिस्तर में, डबरा में 60 से 100 बिस्तर में, उप स्वास्थ्य केन्द्र बेहट का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में, हस्तीनापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन और ग्वालियर के डी.डी. नगर में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना की जायेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दतिया जिले में बड़ौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बड़ौनकला उप स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन होगा। भिण्ड जिले में मालनपुर और ददरौआ उप स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन होगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गोरमी का उन्नयन होगा और मेहगाँव में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन बनाने के लिये राशि दी जायेगी। भिण्ड जिला चिकित्सालय का उन्नयन करते हुए इसे 300 से 400 बिस्तरीय बनाया जायेगा। अशोकनगर जिले में पिपरई के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन होगा।
सिंह ने बताया कि इंदौर जिला चिकित्सालय में बिस्तरों की संख्या तीन गुना बढक़र 300 होगी। शहरी क्षेत्र के मांगीलाल चूरिया अस्पताल में नवीन 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और गौरीनगर में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना होगी। खण्डवा जिले के पुनासा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और खरगौन जिले के उप स्वास्थ्य केन्द्र बोरावा और मगरखेड़ी का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में उन्नयन होगा। धार जिले के कोद उप स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और बड़वानी जिले के अंजड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन किया जायेगा।
भोपाल के जयप्रकाश अस्पताल को 300 से बढ़ाकर 400 बिस्तर और बैरसिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को 30 से बढ़ाकर 50 बिस्तरीय किया जायेगा। रायसेन जिले के मण्डीदीप के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बिस्तर संख्या 30 से बढ़ाकर 50, सिविल अस्पताल इटारसी में 160 से बढ़ाकर 200 बिस्तर की जायेगी। सीहोर जिले में नसरुल्लागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बिस्तर संख्या 30 से 50, उप स्वास्थ्य केन्द्र अविदाबाद और कांगपुर का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन किया जायेगा।
होशंगाबाद जिला चिकित्सालय में मैटरनिटी विंग का निर्माण कर 100 बिस्तर की व्यवस्था की गयी है। सागर के शहरी क्षेत्र मकरोनिया बुजुर्ग में नवीन 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना और गढ़ाकोटा एवं रहली में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन होगा। गढ़ोला जागीर खुरई उप स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में, उजनरेट एवं खटौरा मालथौन उप स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में और पॉली-क्लीनिक चमेली चौक का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन होगा। टीकमगढ़ जिले में उप स्वास्थ्य केन्द्र मवई भी अब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बन जायेगा।
पन्ना जिले में उप स्वास्थ्य केन्द्र सुनवानी का उन्नयन होगा और ग्राम भबूरी में उप स्वास्थ्य केन्द्र बनेगा और पहाड़ीखेड़ा में उप स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन होगा। रीवा में उप स्वास्थ्य केन्द्र पिपराही का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र अजगरा/भटाला और उप स्वास्थ्य केन्द्र मानिकवार का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन होगा। मऊगंज का 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अब 50 बिस्तरों वाला सिविल अस्पताल होगा। सिंगरौली जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देवसर का भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन होगा।
सतना जिले में बड़ा इटमा स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में, उप स्वास्थ्य केन्द्र करतहा और जरियारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र माधोगढ़ का उन्नयन होगा। सीधी जिले में उप स्वास्थ्य केन्द्र बहरी और कर्वजी का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन होगा। अनूपपुर जिले में उप स्वास्थ्य केन्द्र खाड़ा का उन्नयन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में होगा।
देवास जिले में सतवास प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, अजनास और हरणगाँव उप स्वास्थ्य केन्द्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन होगा। शाजापुर का पोचानेर उप स्वास्थ्य केन्द्र भी अब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तब्दील होगा। उज्जैन जिले में नागदा सिविल अस्पताल भवन का निर्माण होगा। रतलाम जिले के जावरा में 50 बिस्तर का नवीन मैटरनिटी अस्पताल बनेगा।
बालाघाट जिला चिकित्सालय का 500 बिस्तरीय अस्पताल में उन्नयन होगा और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालबर्रा का भवन निर्माण होगा। डिण्डोरी जिले के शाहपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सीमाक संस्था का सिविल हॉस्पिटल 50 बिस्तर में उन्नयन होगा। इसके अलावा मण्डला जिले के घुघरी विकासखण्ड, धार जिले के पीथमपुर, जबलपुर जिले के कुण्डम और विदिशा जिले के नटेरन, त्योंदा और लटेरी में 6 नवीन पोषण पुनर्वास केन्द्र की स्थापना होगी।
आदिवासी बहुल जिले बड़वानी, बैतूल, धार, झाबुआ, खरगौन, मण्डला, डिण्डोरी, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर के जिला अस्पतालों में मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर की स्थापना होगी। सदन में रुस्तम सिंह के जवाब के बाद लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की 5672 करोड़ 60 लाख 50 हजार की अनुदान माँगों को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया।
…….