इंदौर, सार्क देशों के लोकसभा अध्यक्षों का दो दिवसीय सम्मेलन शनिवार को इंदौर के रेडिसन ब्लू होटल में शुरु हुआ. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि दक्षिण एशियाई देशों में एकजुटता की जरूरत है.उन्होंने जोर देकर कहा कि हम सभी अलग देश के निवासी हैं, सबकी संस्कृति भी अलग अलग है, सबकी भाषा अलग हो सकती है, लेकिन हमारा सोचने का तरीक़ा और हमारे आस पास का वातावरण एक है, हम एक साथ प्रगति के पथ पर आगे बढेंगे.
हम सभी एक-दूसरे का सहयोग करेंगे. हम सभी अलग-अलग देशों से होने के बावजूद यहां एक साथ बैठे हैं. आपस में चर्चा करेंगे और एक आम राय बनाकर एक दूसरे का सहयोग करेंगे.
उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग पर कहा कि हम सभी मिलजुल कर, ज्ञान साझा कर अग्रणी भूमिका निभाते हुए काम करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि जब जानकारियों को बांटा जाता है तो उसका प्रभाव अलग पड़ता है और वह एक के साथ सभी के काम आता है. कुछ क्षेत्र में आपसी विचारों का आदान प्रदान होना चाहिए, जिससे कई नए उपाए और सुझाव मिलते हैं और कई समस्याओं का निराकरण चर्चा के माध्यम से किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि आपस में एक दूसरे की वित्तीय और तकनीकी रूप से मदद से सबसे अधिक लाभ होता है. इंदौर से सांसद श्रीमती महाजन ने इस मौके पर मेहमानों से कहा कि इंदौर की मीडिया और यहां के सराफे का जायका, दोनों ही लाजवाब हैं. दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भारत सहित अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका के लोकसभा अध्यक्ष और प्रतिनिधि प्रमुख तौर पर शामिल हो रहे हैं.
ये हुए शामिल
लोकसभा उपाध्यक्ष डॉ एम थंबिदुरई, अंतर संसदीय संघ के अध्यक्ष साबिर चौधरी, अ$फ$गानिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर अब्दुल रऊफ इब्राहिमी, बांग्लादेश की संसद की स्पीकर डॉ शिरीन शर्मिन चौधरी, भूटान की नेशनल असेंबली के स्पीकर जिग्मे काांग्पो, भूटान की नेशनल काउंसिल के डिप्टी चेयरपर्सन शेङ्क्षरग दोरजी, श्रीलंका की संसद के स्पीकर कारू जयसूर्या, मालदीव की संसद के स्पीकर अब्दुल्ला मसीह मोहम्मद, नेपाल की संसद की अध्यक्ष सुश्री ओनसारी घरती और सम्मेलन में भाग ले रहे देशों के संसद सदस्य शामिल हुए. मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा और अन्य विशिष्टजन भी इस समारोह में शामिल हुए.