भोपाल, लोधी समाज से आने वाले पिछडी जाति के भाजपा नेता प्रहलाद पटेल ने हाल में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 600 से अधिक मेडिकल स्टूडेंट के दाखिले रद्द कर देने के आदेश के बाद ट्वीटर पर सक्रियता दिखाते हुए तीन कमेंट पोस्ट किए हैं. जिनमें कहा गया है कि मेडिकल क्षेत्र की तीन पीढिय़ां बर्बादी का शिकार हो गई हैं. अब इसकी भरपाई कैसे की जाए इस पर प्रदेश के लोगों को सोचना होगा.
उन्होंने व्यापमं मामले के दोषियों को सजा का इंतजार कहते हुए तीसरे ट्वीट में कहा है कि व्यापमं मामले में आया फैसला राजनीतिक इच्छाशक्ति की समीक्षा की मांग करता है. उन्होंने इस बारे में की गई कार्रवाईयों की समीक्षा की बात भी की है.
वह ट्वीटर पर लिखते हैं कि फैसले ने एैसे स्थान पर खड़ा किया है,जहां न हम खुश हो सकते हैं,न ही दुखी. प्रेक्षक उनके इस ट्वीट के राजनीतिक निहितार्थ खोजने में जुट गए हैं. उनका मानना है कि ट्वीट के बाद सत्ता और संगठन के माथे पर चिंता की लकीरें बढऩा स्वभाविक ही होगा. उधर,प्रदेश भाजपाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान का कहना है कि अगर कोई इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाता है,तो वह उसका अधिकार है.