वॉकिंग डेथ देखकर बनी थी हत्या की योजना

भोपाल, आकांक्षा मर्डर मिस्ट्री में पहले प्रेम फिर शादी और बाद में हत्या कर गुनाहगार बनने वाले शख्स के रोज बयान बदलने से पुलिस भी परेशान है. उसने पुलिस को बतायचा है कि वह वॉकिंग डेथ सीरियल देख कर आकांक्षा उर्फ श्वेता की को मारने के लिए प्रेरित हुआ .
अब पुलिस इस मामले की जांच कई और कोणों से भी कर रही है.झूठ बोल कर गुमराह करने का भी वह प्रयास कर रहा है,पहले उसके द्वारा मां को डीएसपी बताना फिर खुद आईआईटी का पास आऊट बताना सब फर्जी निकला है.
मसलन लम्बे समय से उसके मां-बाप को किसी ने देखा नहीं है,उसे बार-बार के बयान बदलने से पुलिस को शक हो रहा है कि कहीं उसने अपने मां-बाप का भी कत्ल नहीं कर दिया है. उसने पुलिस को अकांक्षा के मर्डर की जो कहानी बताई है उसके अनुसार मना करने के बाद भी वह मोबाइल पर चेट करने के साथ ही किसी लडक़े से बात करती थी. इसी बात पर दोनों का विवाद होता था. जिस दिन उसका कत्ल हुआ उस दिन 14 जुलाई की रात भी करीब दो घंटे तक दोनों में झगड़ा हुआ. बिना खाना खाए ही दोनों सोने चले गए. आकांक्षा तो सो गई, लेकिन उसकी नींद नहीं लगी. रात भर सोचता रहा. सुबह करीब 4 बजे आकांक्षा के सीने पर बैठकर तकिए से उसका मुंह दबा दिया. कुछ देर तक वह छटपटाई, लेकिन जल्द ही वह शांत हो गई. फिर भी मैं करीब 2 मिनट तक उसका मुंह दबाएं रखा. यह बात आरोपी उदयनदास ने पुलिस को बताई है.
उदयन हत्या की वारदात अमेरिका के एक हॉरर सीरियल वॉकिंग डेथ को देख कर करना बता रहा है. इधर, गोविंदपुरा टीआई दिनेश चौहान ने बताया कि वर्ष 2007 में उदयन की सोशल साइट पर श्वेता से पहचान हुई थी. आरोपी ने खुद को आईएफ एस अधिकारी बताते हुए दोस्ती की थी. साथ ही खुद को दिल्ली में ही पदस्थ बताया था. जयपुर में एमएससी कंप्यूटर से करने के बाद आकांक्षा वर्ष 2014-15 में दिल्ली शिफ्ट हो गई थी. वह परिजनों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने का कहकर आ गई थी. बताया जाता है कि उदयनदास के साथ ही आकांक्षा उसके घर पर रहने लगी थी.

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