लखनऊ,अखिलेश की लिस्ट से कांग्रेस भौचक्की है.उसे उम्मीद थी कि दोनों दल साथ में प्रत्याशिशें का ऐलान करेंगे. पर एसपी ऐसा नहीं कर सकी उसने पहले ही लिसट जारी कर दी. बल्कि कांग्रेस द्वारा जिन सीटों पर टिकट मांगा जा रहा था,वहां भी उसने प्रत्याशी घोषित कर दिए.
गौतमबुद्ध नगर की तीन सीट नोएडा, दादरी और जेवर पर एसपी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए, जबकि कांग्रेस यहां से कम से कम एक सीट पाने की उम्मीद कर रही थी. वहीं, अमेठी के अलावा लखनऊ कैंट सीट पर भी असमंजस बना हुआ है. अमेठी को कांग्रेस का गढ़ समझा जाता है, जबकि कैंट से कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी जीत गई थी. जो अब भाजपा के साथ हैं. यहां से मुलायम बहू अपर्णा यादव की दावेदारी के चलते कांग्रेस को ये सीट छोडऩा पड़ेगी. इसके बदले वह लखनऊ उत्तर व मध्य की सीट मांग रही है जबकि एसपी उसके लिए लखनऊ (पूर्व) विधानसभा छोडऩा चाहती है.
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस-एसपी गठबंधन में आधा दर्जन सीटों पर पेच है. एसपी अपने मंत्री गायत्री प्रजापति के लिए अमेठी सीट चाहती है. बदले में गौरीगंज सीट छोडऩे को तैयार है. सूत्रों का कहना है कि अदला-बदली में कांग्रेस रायबरेली, बछरांवा, तिलोई, हरचंदपुर और ऊंचाहार सीट मांग रही है. सरेनी पर भी दावा है. एसपी सरेनी और ऊंचाहार सीट नहीं छोडऩा चाहती, ऊंचाहार के विधायक मनोज पांडेय सरकार में मंत्री हैं.
उधर, दिल्ली में अजय माकन ने समाजवादी पार्टी की लिस्ट पर ऐतराज व्यक्तकर कहा कि गठबंधन के बारे में तभी बात हो पाएगी जब गुलाम नबी आजाद की अखिलेश यादव से इस संबंध में बात करेंगे. पिछले काफी दिनों से यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर चर्चाएं चल रही थीं.