लखनऊ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के खेमों के बीच चल रही तनातनी के बीच चुनाव आयोग द्वारा दोनों खेमों को समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर अपने अपने दावे को लेकर 09 जनवरी तक साक्ष्य उपलब्ध कराने के निर्देश के साथ यह विवाद और गहराता नजर आ रहा है.
हालांकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समेत कुछ अन्य सियासी दलों का यह मानना है कि पिता-पुत्र के बीच चल रही यह घमासान एक ‘फिक्स्ड मैच’ है ताकि राज्य विधानसभा के चुनाव में अखिलेश को सहानुभूति का लाभ मिल सके और बुजुर्ग से युवा पीढ़ी को पार्टी की कमान सहजता के साथ हस्तांतरित की जा सके लेकिन अब यह विवाद निर्वाचन आयोग पहुंच चुका है जो नौ जनवरी के बाद अपना फैसला सुनायेगा. इधर,बसपा ने चुनाव तारीखों का ऐलान होने के बाद 100 प्रत्याशियों की सूची जारी की है.
मुलायम खेमा झुका टीपू ही संभालेंगे पार्टी
यूपी में समाजवादी पार्टी का झगड़ा शांत होने की ओर बढ़ रहा है. विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद ये सुलह के आसार अब जाकर दखे हैं.