वॉशिंगटन. नए अमेरिकी कांग्रेस में हिंदुओं, बौद्धों और यहूदियों को पिछली बार से ज्यादा बढ़त मिली है. अभी हाल में हुए एक शोध में सामने आया था कि पिछले 5 दशकों में अमेरिका की जनसंख्या में हुए धार्मिक बदलाव के बावजूद अभी अमेरिकी कांग्रेस में ईसाई समुदाय की बढ़त है.
इसके बावजूद, अमेरिका के इतिहास में यह पहला मौका है कि कांग्रेस में 3 हिंदू शामिल हुए हैं. तुलसी गाबार्ड, राजा कृष्णमूर्ति और आरओ खन्ना नए अमेरिकी कांग्रेस के हिंदू सदस्य हैं. अमेरिकी कांग्रेस में 30 यहूदी सदस्य भी हैं. यहूदियों के बाद सबसे ज्यादा संख्या हिंदुओं और बौद्ध समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सदस्यों की है. 3-3 सदस्यों के साथ इनके पास प्रतिनिधित्व में तीसरा स्थान है.
अमेरिकी लोकतंत्र के इतिहास में यह 115वीं कांग्रेस है. इसके कुल 293 निर्वाचित रिपब्लिकन सदस्यों में 291 ईसाई हैं और बाकी के 2 सदस्य यहूदी हैं. डेमोक्रैटिक पार्टी के निर्वाचित सदस्यों में 80 फीसद ईसाई हैं, लेकिन फिर भी डेमोक्रैटिक प्रतिनिधित्व में धार्मिक विविधता दिखती है. कांग्रेस में डेमोक्रैटिक पार्टी के जो 242 सदस्य हैं, उनमें 28 यहूदी, 3 बौद्ध, 3 हिंदू, 2 मुस्लिम और एक 1 यूनिवर्सलिस्ट हैं. इस कांग्रेस में अरिजोना की के. सिनेमा किसी भी धर्म के साथ नहीं जुड़ी हुई हैं. इनके अलावा 10 ऐसे डेमोक्रैटिक सदस्य भी हैं, जिन्होंने अपना धर्म सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया है. अमेरिका की कुल वयस्क आबादी में करीब 2 फीसद यहूदी हैं. इस कांग्रेस में उनको 30 सीटें मिली हैं, जबकि पिछली कांग्रेस में उनके पास 28 सीटें थीं.