हुबली,. कोपल जिले की 45 वर्षीय सब्जी बेचने वाली इस महिला के दिमाग में हर वक्त स्वच्छ भारत घूमता रहता है. गांव में घूम-घूमकर सब्जी बेचते समय व उन परिवारों को एक किलो टमाटर मुफ्त में देती हैं, जिनके घर में शौचालय बना हुआ है.
गंगावती तालुक के दानापुर गांव की इस शरणम्मा नाम की महिला के दिमाग में इस पहल का खयाल तब आया जब उन्हें पता चला कि परिवार के 1300 परिवारों में से 500 मकानों में शौचालय नहीं है.
शरणम्मा गांव के हर कोने में जाती हैं, लोगों को घर में शौचालय होने का महत्व बताती हैं, बताती हैं कि शौचालय से पर्यावरण को कैसे साफ-स्वच्छ रखा जा सकता है. शरणम्मा ने बताया कि वह रोज थोक बाजार से 3500 रुपए में 120 किलो टमाटर खरीदती हैं. वह कहती हैं, मैं 25 वर्षों से सब्जी बेचकर गुजारा करती हूं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुरीद हूं, जो स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. देश के हजारों गांवों की तरह शरणम्मा में भी कई लोग खुले में शौच करते हैं. शरणम्मा कहती हैं, स्वच्छता मिशन के तहत घर-घर जाती हूं और लोगों को घर में शौचालय होने का लाभ बताती हूं. मैं उन्हें शौचालय बनवाने के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सहायता के बारे में भी बताती हूं. अब तक शरणम्मा करीब 300 किलोग्राम टमाटर शौचालय वाले घरों को मुफ्त में दे चुकी हैं. उन्होंने कहा कि वह कुछ और समय तक ऐसा करती रहेंगी.
घर में शौचालय तो टमाटर फ्री देती हैं यह मोदी फैन
