अहमदाबाद, गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले राजनीति गरमा गई है. राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग से बचने के लिए कांग्रेस ने बुधवार को अपने सभी विधायकों को माउंट आबू योजना ले जाने की योजना बनाई है. वहीं अल्पेश ठाकोर ने दावा किया है कि 18 विधायक कांग्रेस छोड़ने को तैयार हैं. वहीं उनके साथी धवलसिंह झाला ने कहा कि 10 से 15 कांग्रेस विधायक माउंट आबू नहीं जाएंगे.
दरअसल गुजरात में रिक्त हुई राज्यसभा की सीटों पर आगामी 5 जुलाई को वोटिंग है. जिसमें क्रास वोटिंग से बचाने के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों को राजस्थान के माउंट आबू ले जाने का फैसला किया है. कांग्रेस भले ही कहती है कि माउंट आबू में शिबिर का आयोजन किया गया है, लेकिन सच तो यह है कि उसे डर है कि उसके विधायक क्रास वोटिंग कर सकते हैं. प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस स्वीकार कर चुकी है कि उसके दो विधायकों के टूटने की वजह से शेष विधायकों को आबू ले जा रही है..कांग्रेस का इशारा अल्पेश ठाकोर और उनके साथी धवलसिंह झाला की ओर था.
राधनपुर से विधायक अल्पेश ठाकोर ने दावा किया है कि 18 विधायक कांग्रेस छोड़ने को तैयार हैं. अल्पेश ठाकोर ने माउंट आबू जा रहे विधायकों से वहां भी शराबबंदी का अमल करने की उम्मीद जताई और यात्रा के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने विधायकों के संवाद नहीं करती. साथ ही यह भी कहा कि उन्हें फिलहाल कांग्रेस की ओर से राज्यसभा चुनाव के बारे में कोई व्हीप नहीं मिला है, लेकिन वह मतदान जरूर करेंगे. मैं व्हीप की प्रतीक्षा कर रहा हूं. अल्पेश ठाकोर ने कहा कि मेरे घर पर व्हीप चिपकाने के लिए 56 का सीना चाहिए| यदि कोई ऐसी हरकत करता है तो उसको मेरी भाषा में जवाब दूंगा. अल्पेश ठाकोर के साथी विधायक धवलसिंह झाला ने भी दावा किया कि 10 से 15 विधायक माउंट आबू नहीं जाएंगे| झाला ने कहा कि कांग्रेस के विधायक शराब पीने के लिए आबू जा रहे हैं.