भोपाल,अयोध्या में बाबरी विध्वंस को लेकर विवादास्पद बयान देने वाली भारतीय जनता पार्टी की भोपाल प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर के प्रचार करने पर चुनाव आयोग ने 72 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया है। ज्ञात रहे कि प्रज्ञा भारती ने भोपाल से लोकसभा प्रत्याशी घोषित होने के बाद अपने बयान में कहा था कि वह न सिर्फ बाबरी मस्जिद के ऊपर चढ़ी थी बल्कि उसे गिराने में भी मदद की थी। उनके इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने तुरंत एक्शन लेते हुए प्रज्ञा को चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन का दोषी मानते हुए नोटिस थमा दिया था। मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीएल कांता राव ने राजनीतिक दलों को इस तरह के बयान से परहेज करने की सलाह दी थी।
प्रज्ञा भारती का यह बयान भाजपा के लिए गले की फांस बन गया है। चुनाव आयोग द्वारा उन्हें 72 घंटे के लिए प्रतिबंधित किए जाने के बाद भाजपा बैकफुट पर आ गई है। भोपाल से भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही प्रज्ञा भारती ने विवादास्पद बयानों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने मुंबई हमलों के वक्त शहीद हुए एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे को देशद्रोही करार देते हुए कहा था कि करकरे ने मुझे यातनाएं दी जिसके चलते मेरे श्राप के कारण आतंकियों ने उन्हें मार दिया। इस बयान के बाद हंगामा होने पर प्रज्ञा भारती ने अपने बयान पर माफी मांगी थी लेकिन भोपाल कलेक्टर ने उन्हें नोटिस जारी किया था। अब प्रज्ञा भारती 72 घंटे के प्रतिबंध के चलते भोपाल में अगले 3 दिन तक प्रचार नहीं कर पाएंगी।
क्या कहा था प्रज्ञा ने
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा ने 20 अप्रैल को भोपाल में प्रचार के दौरान एक टीवी चैनल पर बाबरी मस्जिद को लेकर टिप्पणी की और इसकी वजह से एक बार फिर बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना राजनीतिक गलियारों में ताजा हो गई। टीवी चैनल से साध्वी प्रज्ञा ने कहा था, ‘राम मंदिर निश्चित रूप से बनाया जाएगा। यह एक भव्य मंदिर होगा।’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह राम मंदिर बनाने के लिए समयसीमा बता सकती हैं, तो प्रज्ञा ने कहा, ‘हम मंदिर का निर्माण करेंगे। आखिरकार, हम ढांचा (बाबरी मस्जिद) को ध्वस्त करने के लिए भी तो गए थे।’
साध्वी प्रज्ञा ने बाबरी मस्जिद में अपनी अहम भूमिका पर भी प्रकाश डाला और कहा, ‘मैंने ढांचे पर चढ़कर तोड़ा था। मुझे गर्व है कि ईश्वर ने मुझे अवसर दिया और शक्ति दी और मैंने यह काम कर दिया। अब वहीं राम मंदिर बनाएंगे।’