भोपाल,प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस, पोल -खोल अभियान समिति के अध्यक्ष और मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद को करोड़ों रुपये के शासकीय धन का दुरुपयोग सत्ताधारी दल भाजपा को चुनावी लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।
परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय और कार्यपालक निदेशक वीरेन्द्र पाण्डेय ने हर ब्लाक और जिले में पदस्थ परिषद के समन्वयकों की बकायदा संभागीय बैठक लेकर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में प्रचार -प्रसार के लिए ड्यूटी लगा दी है। यह सभी समन्वयक भाजपा के पक्ष में जगह- जगह नुकक्ड़ नाटक के माध्यम से प्रचार कर रहे हैं। इस कार्य के लिए सभी संविदा पर्यवेक्षकों को ताबड़तोड़ आचार संहिता लगने के दस दिन पू्र्व नियमित कर उपकृत किया गया है।
जन अभियान परिषद ने शासन के नियमों को ताक में रखकर स्वंय के सेवा भर्ती नियम बनाकर सभी संविदा समन्वयकों को नियमित कर दिया है। यह सभी समन्वयक आरएसएस के पूर्व कार्यकर्ता हैं। जो सभी ब्लाक एवं जिलों और संभाग में कार्यरत हैं। इस तरह पूरे प्रदेश में इन समन्वयकों के माध्यम से भाजपा ने प्रचार – प्रसार का नेटवर्क खड़ा कर दिया है। इन्हे भाजपा का कार्य करने की शर्त पर ही नियमित किया गया है। श्री गुप्ता ने कहा कि इन आरएसएस कार्यकर्ताओं को 2008 में निर्धारित प्रक्रिया के बिना भर्ती किया गया था।
श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में लगभग ढाई लाख संबिदा कर्मचारी हैं। उन्हें भी नियमित किया जा सकता था, लेकिन आरएसएस और भाजपा की विचारधारा का न होनें के कारण उन्हें नियमित नहीं किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में मार्च 1996 में एक नेक उद्देश्य को लेकर जन अभियान परिषद का गठन किया गया था। इसका उद्धेश्य स्वैक्षिक संगठनों की गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए था। लेकिन पिछले 15 सालों में मूल उद्देश्यों के विपरीत भाजपा की शिवराज सरकार ने धीरे – धीरे परिषद का पूरी तरह राजनीतिकरण कर दिया है। परिषद का दुरुपयोग मुख्यमंत्री की नर्मदा यात्रा और जनआशीर्वाद यात्रा के लिए किया गया। इसकी शिकायत कांग्रेस मुख्य चुनाव आयोग से करने जा रही है।
भाजपा को चुनावी लाभ पहुंचाने के लिए जन अभियान परिषद का दुरुपयोग हो रहा – भूपेन्द्र गुप्ता
