नई दिल्ली , भारत ने ब्रिटिश सरकार से पूछा कि क्या भगोड़े ज्वैलरी कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन में अनिश्चित काल तक रहने की अनुमति दे दी गई है। दरअसल, नीरव मोदी पिछले कुछ महीनों से लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा है। ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को कई देशों से प्रत्यर्पण का अनुरोध करना पड़ा है। सूत्रों के अनुसार भारत ने ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय से पूछा है कि क्या नीरव को ‘आईएलआर (रहने के लिए अनिश्चितकालीन समय) दे दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि आईएलआर एक दीर्घकालिक वीजा की तरह होता है, जिससे व्यक्ति को प्रत्यर्पित किए जाने से कानूनी संरक्षण मिल जाता है। सरल शब्दों में कहें तो यूके में आईएलआर के साथ नीरव मोदी का स्टेटस विजय माल्या की तरह होगा, जिसके प्रत्यर्पण के लिए भारत को द्विपक्षीय संधि के तहत अनुरोध करना होगा। हालांकि अगर नीरव मोदी को ऐसी विशेष सुविधा नहीं मिली है तो उसे प्रत्यर्पित करने के लिए भारत के पास ज्यादा मजबूत आधार होगा।
फिलहाल यूके ने भारत के इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया है। आपको बता दें कि सरकार ने फरवरी में नीरव मोदी के पासपोर्ट को रद्द कर दिया था। हालांकि उसके पास एक से ज्यादा पासपोर्ट हैं और माना जा रहा है कि उसने अलग-अलग पासपोर्ट पर यूके और बेल्जियम की यात्रा की है। उसके दूसरे पासपोर्ट को भी निरस्त कर दिया गया है। सूत्रों का यह भी कहना है कि नीरव मोदी शरण दिए जाने के योग्य नहीं है, क्योंकि भारत उन देशों की सूची में शामिल नहीं है जो अपने नागरिकों को प्रताड़ित करते हैं और इस कारण वे दूसरे देशों में शरण मांगते हैं। इसके अलावा, यह भी साबित हो गया है कि नीरव मोदी ने बड़े पैमाने पर फ्रॉड किया है, जिसके कारण उसे शरण दिए जाने का सवाल ही नहीं उठता है।
इस बीच, ईडी ने अपने प्रत्यर्पण अनुरोध के लिए कानूनी पेपरवर्क पूरा कर लिया है और नीरव के खिलाफ चार्जशीट भी फाइल कर दी है। 2 दिन पहले मुंबई कोर्ट से नीरव के खिलाफ गैरजमानती वॉरंट भी जारी हो गया है। एजेंसी को नीरव के हाल में लंदन की यात्रा के बाद उसके बेल्जियम में होने की सूचना मिली है। हालांकि एक सूत्र ने कहा कि एजेंसी कई देशों के साथ प्रत्यारोपण के अनुरोध को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है क्योंकि नीरव मोदी लगातार अपनी लोकेशन को बदल रहा है।
गौरतलब है कि नीरव और उसके अंकल मेहुल चौकसी पर 13,000 करोड़ रुपये की धांधली का आरोप है। पीएनबी द्वारा केस फाइल किए जाने से पहले ही दोनों अपने परिवार के सदस्यों के साथ देश से भाग गए। इसके फौरन बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का एक दर्ज किया। ईडी को जानकारी मिली है कि मार्च में भारतीय पासपोर्ट रद्द होने के बाद नीरव मोदी ने कई बार यूके की यात्रा की। ईडी ने विदेश मंत्रालय को नीरव के 6 पासपोर्ट की जानकारी दी है। हालांकि यह साफ नहीं हो सकता है कि उसने निरस्त किए गए पासपोर्ट पर यात्रा कैसे की। इस बीच इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो गया है।