अहमदाबाद, वित्त और शहरी विकास विभाग नहीं मिलने से राज्य के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल नाराज हैं और इसी नाराजगी के चलते उन्होंने अपना कार्यभार नहीं संभाला. जबकि अन्य मंत्रियों ने अपनी अपनी ऑफिसों में पहुंचकर कार्यभार संभाल लिया है. विभागों के आवंटन को लेकर नाराज पटेल आज अपनी ऑफिस नहीं आए.
सूत्रों के मुताबिक जब तक नाराजगी खत्म नहीं होती तब तक नितिन पटेल अपनी ओफिस में नहीं जाएंगे. नितिन पटेल ने पहले के विभाग उनसे छीन लिए जाने से इसे स्वाभिमान का मुद्दा बना लिया है. नितिन पटेल का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति का प्रमोशन नहीं होता है तो डीमोशन भी नहीं होना चाहिए. नितिन पटेल के समर्थकों का कहना है कि जब पार्टी के मुश्किलों से जूझ रही थी, तब नितिन पटेल ने काफी मेहनत की थी और वही पाटीदार चेहरा थे. समर्थकों में यह भी चर्चा है कि नितिन पटेल ने पार्टी को जीत दिलाने के लिए रात-दिन एक कर दिए, इसके बावजूद उनके साथ अन्याय किया गया. गौरतलब है पिछली सरकार में वित्त विभाग नितिन पटेल के पास था. जो इस बार सौरभ पटेल को आवंटित किया गया है. माना जा रहा है कि वित्त विभाग छीन लेने से नितिन पटेल नाराज हैं.
वहीं विभागों के आवंटन के बाद आज अन्य मंत्रियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया| शराबबंदी का कड़ाई से अमल करने के निश्चय के साथ गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा ने आज विधिवत तौर पर अपना कार्यभार संभाल लिया. आपूर्ति मंत्री जयेश रादडिया ने गरीबों तक अनाज पहुंचाने की कटिबद्धता व्यक्त की. महिला एवं बाल कल्याण मंत्री विभावरीबेन दवे ने भी अपना कार्यभार संभाल लिया. पहली दफा मंत्री बने कुमार कानाणी ने राज्य की जनता को बेहतर स्वास्थ्य मुहैया कराने की कटिबद्धता दर्शाई है. कैबिनेट मंत्री दिलीप ठाकोर और कौशिक पटेल ने भी उन्हें सौंपी गई सभी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा के साथ निभाने का आश्वासन दिया है.
विभागों के आवंटन से खफा डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने नहीं संभाला काम-काज
