अकोला,भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के किसानों के प्रति सरकार की बेरुखी का विरोध कर रहे हैं. सोमवार शाम सिन्हा को अकोला पुलिस ने हिरासत में ले लिया। यहां अकोला में वह इस दौरान विदर्भ क्षेत्र के किसानों के प्रति सरकार की बेरुखी का विरोध कर रहे थे। एक समाचार चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह और उनके साथ किसान अभी भी पुलिस मुख्यालय में हैं। वह उनकी मांगें पूरी नहीं होने तक हिलेंगे भी नहीं। सिन्हा के समर्थन में दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने समर्थन दिया है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस बाबत ट्वीट किया। वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने यशवंत सिन्हा से फोन पर बात की. उधर अकोला के जिला पुलिस अधीक्षक राकेश कालासागर ने कहा, “हमने बंबई पुलिस कानून की धारा 68 के प्रावधानों के तहत जिला कलेक्ट्रेट के बाहर करीब 250 किसानों के साथ सिन्हा को हिरासत में लिया है।” हालांकि, बाद में सिन्हा को रिहा कर दिया गया। कालासागर ने कहा, “हिरासत में लिए गए लोगों को अकोला जिला पुलिस मुख्यालय मैदान ले जाया गया। सैकड़ों किसानों के साथ सिन्हा अकोला जिला कलेक्टर के कार्यालय के बाहर कपास और सोयाबीन पैदा करने वाले किसानों के प्रति सरकार की कथित बेरुखी का विरोध कर रहे थे। आपको बता दें कि सिन्हा देश के पूर्व वित्त मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा वह तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में विदेश मंत्री भी रहे। केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा उन्हीं के बेटे हैं। सिन्हा ने मगंलवार को कहा, “पुलिस के यह ऐलान करने के बाद कि हमें हिरासत से रिहा कर दिया गया है, हमने यहां रुकने का फैसला किया है। पुलिस जहां हमें लेकर जाएगी, हम वहां जाएंगे। लेकिन तब तक हमारी सभी मांगें पूरी हो जानी चाहिए। हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।” इस बीच गोंदिया के सांसद नाना पटोले ने कहा कि किसानों के हक्क की लड़ाई लड़ रहे यशवंत सिन्हा को अपना समर्थन देने वरुण गांधी, अरुण शौरी और शत्रुघ्न सिन्हा अकोला आ सकते हैं.
महाराष्ट्र सरकार के विरोध में धरने पर बैठे यशवंत सिन्हा को दो मुख्यमंत्रियों ने दिया समर्थन
