भारतीय मूल के अमेरिका के बड़े कारोबारी डॉ. किरन पटेल ने फ्लोरिडा विश्वविद्यालय को दिया 13 सौ करोड़ का दान

वाशिंगटन,अपने सपनों को नई उड़ान देने और किस्मत चमकाने के लिए कई भारतीय अमेरिका जाते हैं, जिनमें से कई वहां परोपकारी कामों में भी लगे हैं। इसी कड़ी में एक नया नाम जुड़ा है किरन पटेल का, जिन्होंने फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी को 50 करोड़ डॉलर यानी करीब 13 सौ करोड़ रुपये की बड़ी रकम दान दी है। वैसे किरन पटेल पैसा बचाने पर भरोसा करते हैं। वह जब स्कूल में थे, तो अपने जेब खर्च को गुल्लक में डाल देते थे, जबकि उनका छोटा भाई और दोस्त इन्हीं पैसों से चॉकलेट और सोडा खरीद लेते थे। कुछ सालों में किरन पटेल ने इतना पैसा बचा लिया कि वो खुद के लिए, माता-पिता और दोनों भाइयों के लिए जहाज की टिकट ख़रीद सके और वो 12 समुद्री रास्ते से ज़ाम्बिया से भारत तक की यात्रा करने में कामयाब रहे। आज 60 साल बाद किरन पटेल के पास अपना विमान है। उन्होंने फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी को 13 सौ करोड़ रुपये का दान भी दे दिया है।
किसी भी भारतीय-अमेरिकी द्वारा किसी संस्थान को दी गई यह अब तक की यह सबसे बड़ी दान राशि है। इस राशि से नोवा साउथईस्टर्न यूनिवर्सिटी (एनएसयू) दो मेडिकल कॉलेज बनवाएगी, एक फ्लोरिडा में तो दूसरा भारत में। किरन पटेल कहते हैं, मैंने बचपन में ही यह बात सीख ली थी कि अगर हम एक रुपया बचाते हैं तो वह एक रुपया कमाने जैसा ही है और इसे वहां देना चाहिए जहां इसकी सबसे ज़्यादा जरूरत हो। पटेल मूलत: गुजरात के हैं, लेकिन उनके पिता जाम्बिया में कारोबार करते थे। वह उस दौर में बड़े हुए, जब ज़ाम्बिया में रंगभेद की समस्या बहुत ज़्यादा थी। उन्हें पढ़ाई के लिए शहर से 80 किलोमीटर दूर जाना पड़ा, क्योंकि उनके शहर में काले बच्चों के लिए कोई स्कूल नहीं था। उन्होंने भारत में मेडिकल की पढ़ाई की, फिर अपनी पत्नी के साथ 1976 में वह अमेरिका चले गए। पेशे से हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पटेल ने वहां एक बड़ा बिजनेस साम्राज्य खड़ा किया। उन्होंने अलग-अलग विशेषज्ञता वाले चिकित्सकों का एक नेटवर्क तैयार किया।
1992 में उन्होंने एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ख़रीदी जो दिवालिया होने की कगार पर थी। 10 साल बाद जब उन्होंने इस कंपनी को बेचा तो इसका राजस्व सौ करोड़ डॉलर से ऊपर पहुंच चुका था। गौरतलब है कि 2015 में चंद्रिका और रंजन टंडन ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के लिए 650 करोड़ रुपये दान देने का वादा किया था। अब पटेल के दान की चर्चा पूरे अमेरिका में हो रही है। पटेल ने बताया कि उनके दान की रकम में से पांच करोड़ डॉलर तो सीधे स्कूल के खाते में चले जाएंगे, जबकि 15 करोड़ डॉलर से मेडिकल शिक्षा के लिए इमारत बनाई जाएगी। वह भारत और जाम्बिया में उच्चकोटि की, लेकिन सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना चाहते हैं।

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