नई दिल्ली, सिक्किम की सीमा पर डोकलाम को लेकर गत दो माह से जारी विवाद में चीन कुछ नरम पड़ गया है। उसकी सेना 100 मीटर पीछे हटने को तैयार हो गई है। इसे भारत की कूटनीतिक जीत बताया जा रहा है। वहीं भारत चाहता है कि चीनी सेना 250 मीटर पीछे हटे।
भारत को सार्वजनिक रूप से कई बार धमकी देने वाले चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) डोकलाम के विवादित प्वाइंट से 100 मीटर पीछे हटने को तैयार है। लेकिन, भारत उसे 250 मीटर पीछे हटाने पर अड़ा हुआ है। चीन के सरकारी अखबार चाइना डेली और ग्लोबल टाइम्स ने भारत को अपनी सेना हटाने या युद्ध झेलने की धमकी दी है।
भारत की ओर से चीन को कहा गया है कि वह विवादित प्वाइंट से 250 मीटर पीछे हटे, जिसके बाद ही भारतीय सेना पीछे जाएगी। चीन ने कहा कि वह 100 मीटर पीछे हटने को तैयार है। लिहाजा भारत को अपनी पूर्व पोजिशन पर जाना चाहिए। इससे स्पष्ट है कि दोनों देशों की सेनाएं युद्ध नहीं चाहती।
चीन का नहीं है डोकलाम : भूटान
डोकलाम पर चीन के दावे को भूटान ने खारिज कर दिया है। भूटान के सूत्रों ने कहा कि डोकलाम चीन का नहीं है। इस मसले को लेकर सुषमा स्वराज भूटान के विदेशमंत्री से मुलाकात करेंगी। चीन ने बुधवार को डोकलाम को अपना हिस्सा बताया था। भूटान ने सड़क निर्माण को समझौते के खिलाफ बताया है। सड़क निर्माण 1988 और 1998 के समझौते के खिलाफ है। डोकलाम पर हमारा रुख साफ है।
विध्वंसकारी होगा भारत-चीन युद्ध : यूएई
भारत व चीन के बीच युद्ध हुआ तो वह विध्वंसकारी होगा। यह बात यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के विदेश मंत्री अनवर गरगेश ने कही है। उनका मानना है कि दोनों देशों को इस विवाद का समाधान कूटनीति से करना चाहिए। यह समूचे एशिया के हित में रहेगा। गरगेश ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के बाद यह बात कही। उनका कहना था कि भारत व चीन दोनों की महाशक्ति हैं। इनके बीच टकराव नहीं होना चाहिए। कश्मीर में पाक के अनाधिकृत हस्तक्षेप पर उनका कहना था कि यूएई किसी भी ऐसी कार्रवाई की निंदा करता है, जिसमें आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। उनका कहना था कि खाड़ी क्षेत्र में ऐसी हरकत कतर कर रहा है। वह भी अलगाववादियों को आश्रय दे रहा है।
चीन ने लगाए 80 टेंट, 300 सैनिक तैनात
कई दिनों से जारी भारत और चीन के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है, चीन ने भारत को दादागिरी दिखाते हुए डोकलाम पर सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है। गुरुवार को भी चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने डोकलाम पर 80 टेंट लगा दिए हैं। जहां चीनी सेना ने टेंट लगाया है, वह स्थल उत्तर डोकलाम के पोस्ट डोलाम पठार से महज एक किमी की दूरी पर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस इलाके में चीनी सैनिकों की संख्या आठ सौ से कम है यानी चीन ने यहां पर पीएलए की पूरी बटालियन तैनात नहीं की है। इतना ही नहीं, चीन ने विवादित इलाके में 350 भारतीय सैनिकों के मुकाबले अपने करीब 300 पीएलए सैनिक तैनात किए हैं। इस क्षेत्र में भारतीय सैनिक 30 टेंट लगाए हुए हैं। इसके मुकाबले चीन ने 80 टेंट लगाए है।
भारत ने तैनात की बोफोर्स तोपें
भारतीय सेना ने चीनी सेना की किसी चुनौती से मुकाबला के लिए अपनी बोफोर्स तोपें तैनात करनी शुरू कर दी हैं। यहां रक्षा सूत्रों ने कहा कि चीन से लगने वाली सिक्किम सीमा पर कोई असामान्य सैन्य गतिविधि नहीं है। हालांकि भारतीय सेना एहतियाती कदम उठा रही है। एक सूत्र ने कहा कि तोपों को न युद्ध, न शांति की अवस्था में तैनात रखा गया है। भारत ने नाथु ला में 6000 सैनिक तैनात कर रखे हैं।
डोकलाम विवाद में 100 मीटर पीछे हटने को तैयार चीनी सेना,भारत 250 मीटर पर अड़ा
