नई दिल्ली,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले भारतीय एथलीटों से बातचीत की। पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान दीपिका कुमारी, नीरज चोपड़ा, दुत्ती चंद, मैरीकॉम सहित कई खिलाड़ियों से उनके शुरुआती सफर के बारे में जाना। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को संदेश दिया कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है, और उन्हें अपेक्षाओं के दबाव में आने की जरूरत नहीं है। पीएम मोदी ने सबसे पहले वर्ल्ड नंबर-1 तीरंदाज दीपिका कुमारी से बातचीत की।
इस मौके पर पीएम मोदी ने दीपिका को पेरिस में गोल्ड मेडल जीतने पर बधाई दी।पीएम मोदी ने कहा, ‘ दीपिका पेरिस में गोल्ड जीतकर आपने करिश्मा कर दिया है। अब रैंकिंग में आप नंबर 1 पर हैं।मुझे पता चला कि आप बचपन में आम तोड़ने के लिए निशाना लगाती थीं। आम से शुरू हुई ये यात्रा बेहद खास है। इसपर दीपिका ने मोदी जी को बताया कि उनका शुरुआती सफर कठिन रहा लेकिन सरकार और एसोसिएशन ने उन्हें आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दीपिका ने पीएम मोदी को बताया, आम मुझे बेहद पसंद था,इसकारण आम पर निशाने से शुरुआत हुई। शुरुआत में मेरे पास ज्यादा साधन नहीं थे लेकिन एक साल के बाद मुझे अच्छे कोच और सुविधाएं मिली। इस दौरान पीएम मोदी ने जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा से उनकी चोट के बारे में पूछा। मोदी ने कहा कि चोट के बावजूद नीरज चोपड़ा ने नेशनल रिकॉर्ड बनाकर ओलंपिक में मेडल की उम्मीद बढ़ाई हैं। मोदी ने कहा, ‘आपका संबंध सेना से है। आपको चोट लग गई थी, फिर भी अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया दिया। आपने अपने मनोबल को कैसे संभाले रखा? इसके जबाव में नीरज चोपड़ा ने कहा, मैं अपने खेल पर ध्यान दे रहा हूं। सेना और सरकार से पूरा समर्थन मिल रहा है। चोट तो खेल का हिस्सा है, हमें मानसिक तौर पर इसके लिए तैयार रहना होता है। वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए मैंने तैयारी की थी लेकिन मुझे चोट लग गई। मेरा पूरा ध्यान ओलंपिक पर है और पहली प्रतियोगिता में मैंने टोक्यो के लिए क्वालिफाई किया। इसके बाद पीएम मोदी ने दुत्ती चंद से भी बातचीत की।बातचीत के दौरान दुत्ती चंद ने पीएम को बताया कि वो आज जो कुछ हैं खेल की वजह सी ही हैं। दुत्ती चंद ने कहा, ‘आज मैं स्पोर्ट्स की वजह से ही सबकुछ हूं। स्पोर्ट्स की वजह से नौकरी मिली और मेरा परिवार चल रहा है। मैं आप लोगों को धन्यवाद देती हूं। मेरे जीवन में हमेशा चुनौती रही हैं और मैं दूसरी बार ओलंपिक जा रही हूं। मैं देश के लिए मेडल लाने के लिए कोशिश करूंगी।
वहीं तीरंदाज प्रवीण जाधव ने भी टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया है।आपकों जानकार हैरानी होगी कि प्रवीण जाधव ने एथलीट के तौर पर अपना करियर शुरू किया था लेकिन बाद में वहां तीरंदाज बने। पीएम मोदी को प्रवीण ने बताया कि ‘पहले मैं एथलीट था लेकिन मेरा शरीर कमजोर था। मुझे मेरे कोच ने कहा कि आप दूसरे खेल में अच्छा कर सकते हो। इसके बाद मुझे आर्चरी गेम दिया गया। मैंने अमरावती में काफी प्रैक्टिस की। चूंकि मैं गरीब था और मुझे लगा कि अगर मैंने मेहनत नहीं की,तब घर जाकर मजदूरी करनी पड़ेगी। इससे अच्छा मैं आर्चरी ही करूं. मैं कामयाब रहा। मैंने सोचा हार मान लूंगा,तब सब खत्म हो जाएगा।इसकारण मैंने पूरी कोशिश की।पीएम मोदी ने प्रवीण के पिता से भी बातचीत की। पीएम ने कहा, ‘आपके माता-पिता भी मेरे लिए चैंपियन हैं। आपने बेटे को मजदूरी करते हुए भी चैंपियन बनाया। आपने दिखाया कि मेहनत और ईमानदारी की क्या ताकत होती है।
टोक्यो जा रहे खिलाड़ियों से बोले पीएम मोदी पूरा देश आपके साथ खड़ा हैं, जमकर खेलिएगा
