लखनऊ, दिल्ली से सटे नोएडा में एक हजार हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवाने वाले दो मौलानाओं को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। मौलाना मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी पर धर्मांतरण कराने का आरोप है। खास बात यह है कि उमर गौतम ने खुद साढ़े 3 दशक पहले 20 साल की उम्र में हिंदू से इस्लाम धर्म अपना लिया था।
इस बीच, यूपी एटीएस को उमर गौतम और जहांगीर की 7 दिन की रिमांड मिल गई है। उमर गौतम उर्फ श्याम प्रताप सिंह का पुराना वीडियो सामने आया है। इसमें वह स्वीकार कर रहा है कि वह कैसे इस्लाम धर्म से प्रभावित हुआ और अन्य लोगों को इस्लाम से जोड़ा। इस पुराने वीडियो में उमर गौतम कहता नजर आ रहा है कि इस्लामिक दावा सेंटर में महीने में औसत 15 से ज्यादा लोगों का धर्मान्तरण डॉक्यूमेंट किया जाता है। इतना ही नहीं उसने इस्लामिक दावा सेंटर (जामिया, दिल्ली) में करीब 1000 लोगों के धर्मान्तरण संबंधी डॉक्यूमेंट जारी किए।
पुराने वीडियो में उमर गौतम ने यह भी दावा किया कि इस्लामिक दावा सेंटर के माध्यम से इंग्लैण्ड, सिंगापुर और पोलैंड तक में धर्मांतरण का काम होता है। उसने कहा लोगों के इस्लाम कबूल करने से अल्लाह का काम हो रहा है। इतना ही नहीं वीडियो में वह गोरखपुर के यादव परिवार के लड़के और कानपुर की एक छात्रा का भी नाम ले रहा है, जिसने उससे प्रभावित होकर इस्लाम कबूल किया। इस्लाम अपनाने के बाद से वह दिल्ली के जामिया नगर इलाके में इस्लामिक दावा सेंटर चला रहे थे।
इन दोनों ने अब तक गरीब महिलाओं के साथ मूक-मधिर गरीब बच्चों और अपाहिजों को मिलाकर 1000 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण कराया है। एटीएस के मुताबिक, उमर और जहांगीर न सिर्फ लालच, बल्कि डरा-धमका कर भी धर्म परिवर्तित करवाते थे। मोहम्मद उमर गौतम मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले का रहने वाला है। उनका जन्म एक हिंदू क्षत्रिय परिवार में 1964 में हुआ। इस्लाम धर्म अपनाने से पहले उनका नाम श्याम प्रताप सिंह गौतम था। अपने पिता धनराज सिंह गौतम के छह पुत्रों में उसका नंबर चौथा था। घर में उन्हें बचपन से ही प्रधानजी के नाम से पुकारा जाता था।
जानकारी के मुताबिक, स्कूलिंग के बाद जब वह ग्रेजुएशन के लिए नैनीताल हॉस्टल में शिफ्ट हुआ तो उसके पैर में चोट लग गई थी। इस दौरान उसकी बगल के कमरे में रहने वाले छात्र ने मदद की थी, जो कि मुस्लिम था। छात्र ही श्याम को डॉक्टर के पास ले जाया करता था और साथ ही मंदिर भी। इसके बाद श्याम का इस्लाम के प्रति झुकाव हो गया है और उसने इस्लाम की किताबें हिंदी में पढ़ी तो उस पर इसका गहरा असर हुआ। इसी वजह से उसने 1984 में अपना धर्म परिवर्तित कर लिया और श्याम प्रताप सिंह गौतम से मोहम्मद उमर गौतम बन गया।
यूपी एटीएस को उमर गौतम और जहांगीर की 7 दिन की रिमांड मिली
