नई दिल्ली, भारत में मई के पहले दो हफ्तों में कोरोना से रिकॉर्ड 50 हजार 127 मौतें हुई हैं। यह दुनिया के किसी भी देश में कोरोना का सबसे जानलेवा दौर है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मई में मौतों की यही रफ्तार रही तो एक माह में एक लाख मौतों का आंकड़ा भी भारत पार कर सकता है। भारत में महज 46 दिनों में एक लाख से ज्यादा मौतें कोरोना से हुई हैं।
वर्ल्डोमीटर और डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक,भारत में कोरोना का पहला केस जहां 30 जनवरी 2020 को सामने आया ता, वहीं मौत का पहला मामला 12 मार्च 2020 को आया था। भारत में कोरोना से मौत का आंकड़ा 50 हजार के पार 16 अगस्त को गया था। यानी करीब साढ़े 5 माह (165 दिन) में कोरोना संक्रमितों की मौतों की संख्या 50 हजार के पार गई थी। जबकि कोरोना की पहली लहर जोर पकड़ने के दौरान अगस्त से अक्तूबर के बीच करीब 50 हजार मौतें हुईं और मौत का आंकड़ा 2 अक्तूबर 2020 को एक लाख के पार कर गया।
इस साल 5 जनवरी 2021 को कोरोना से हुईं मौतें डेढ़ लाख से ज्यादा हो गईं। जबकि कोरोना की पहली लहर कमजोर पड़ने से डेढ़ से दो लाख तक मृतकों की तादाद पहुंचने में करीब 4 महीने लगे। लेकिन दूसरी लहर ने जो कहर बरपाया है कि महज 46 दिनों में ही करीब एक लाख मौतें हो चुकी हैं।
दुनिया का सबसे जानलेवा दौर, भारत में मई के 14 दिनों में कोरोना से रिकॉर्ड 50 हजार 127 मौतें
