बासी रोटी को ठंडे दूध के संग मिला कर खाने से दूर भागते हैं कई रोग

नई दिल्ली, बासा खाना आमतौर पर सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है। कहा जाता हैं कि इसके कारण एसिडिटी और फूड पॉइजनिंग की दिक्‍कत हो सकती है। इसकारण अक्‍सर लोग घर में बचा बासा खाने का बाहर कर देते है। या फिर जानवरों को खिला देते हैं। मगर क्‍या आप जानते हैं कि ठंडे दूध में बासी रोटी का रोजाना सेवन एसिडिटी, गैस, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में मदद करता है। न्यूट्रिशनिस्ट संध्या गुगनानी के अनुसार ‘चपाती में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। यह विटामिन बी, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम से भरपूर होती है। वहीं, ग्लूटेन से एलर्जी वाले लोग ज्वार, बाजरा, रागी जैसे अन्य आटे का विकल्प चुन सकते हैं, जो काफी हेल्‍दी होता है। गेहूं के आटे से बनी रोटी अगर रात में बनाकर सुबह नाश्‍ते के दौरान या 12-15 घंटों के भीतर खाई जाए तो इसका हेल्‍थ पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। सुबह के समय ठंडे दूध के साथ बासी रोटी का सेवन करने से रक्तचाप की समस्या से राहत मिलती है। ठंडे दूध में बासी रोटी भिगोएं और 10 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर इस नाश्ते के रूप में खाएं। इससे ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी। सोने से पहले बासी रोटी को ठंडे दूध में भिगोने से कब्ज, गैस, एसिडिटी और पेट फूलने जैसी कई बीमारियों से मुक्‍ति मिल सकती है।
जो लोग मधुमेह से पीड़ित हैं, उनके लिए बासी रोटी शुगर के लेवल को बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपायों में से एक है। बासी रोटी को ठंडे दूध में भिगोकर 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें और दिन के किसी भी समय इसका सेवन करें। बासी रोटियों को ठंडे दूध में भिगोने से आंत को राहत मिलती है। इससे शरीर का तापमान नियंत्रित होता है। साथ ही यह पोषण से भरी हुई होती है। रोटियों या चपाती को 15 घंटे से अधिक समय तक स्‍टोर नहीं की जानी चाहिये। ऐसा इसकारण क्योंकि वे रबड़ जैसी सख्‍त और खाने में मुश्किल हो सकती हैं। यदि आप अगले दिन बासी रोटी खाना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप इसे गर्म करने के लिए घी या तेल लगा लें। दूध के साथ बासी चपाती खाने से आपकी सेहत पर अच्‍छा असर पड़ सकता है। साथ ही विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में भी मदद मिलती है।

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