पपीते के कच्चे और पके दोनों ही फल है बहुउपयोगी, औषधीय गुणों की इसमें है भरमार

नई दिल्ली,पपीता एक ऐसा फल है, जो कच्ची अवस्था में हरे रंग का होता है और पकने के बाद पीले रंग का हो जाता है। इसके कच्चे और पके दोनों ही फल उपयोग में आते हैं। कच्चे फलों की सब्जी बनती है, जबकि पका फल कई तरह से लाभदायक है। यही वजह है यह फल हर घर के आसपास मिल जाएगा। पपीता खाने में बहुत स्वादिष्ट फल है, इस में औषधीय गुणों की भरमार होती है। पपीता को कोस्टारिका और मैक्सिको के मूल निवासी माना जाता है और इस का पेड स्वास्थ्य के लिए लाभदायक कहा जाता है। गर्मी के समय में पपीते का गूदा का पेस्ट बनाकर मुंह पर मलें। इसके थोडी देर बाद छुडाकर मुंह धो लें। इससे चेहरे पर निखार तथा गोरापन आता है। पपीते का असीम तत्व चेहरे की मुलायम त्वचा को स्वच्छा कर देता है। पेट की तमाम बीमारियों में कच्चा तथा पका दोनों प्रकार का पपीता काम में लाया जाता है। पेट की खराबी, भोजन न पचना, अजीर्ण, कब्ज, उदरशूल आदि में कच्चे पपीते का रस पेप्सीन, प्रयोग किया जाता है। पपीते का रस पीने से भी पेट के रोग दूर हो जाते हैं। पपीते का पानी शरीर के रूप रंग को निखारता है। किशोरियों तथा युवतियों को पपीते के टुकडे को पानी में डालकर स्नान करना चाहिए। अगर स्नान के तुरन्त बाद पपीते का शरबत पी लें तो यह आंतों की गर्मी को ठीक करता है और पाचन-क्रिया को बढाता है।
पपीता देखने में जितना सुंदर होता है, उतना ही खाने में स्वादिष्ट भी होता है। पपीते में नेचुरल गुण होने के वजह से यह स्वास्थ्य के लिए बेहत फायदेमंद होता है। डायबिटीज के रोगी के लिए पपीता बहुत लाभदायक है। पपीते में कैरोटीन, विटामिन सी और पोटेशियम, मैग्नीशियम साथ ही आहार फाइबर के रूप में विटामिन बी आदि शामिल होते हैं। पपीता त्वचा के लिए बहुत लाभदायक होता है, इस में विटामिन-ए की भरपूर मात्रा होती है। पपीते के गूदा और शहद का एक बडा चम्मच मिलाकर चेहरे पर मॉइश्चराइज करें 10 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें फिर देखें त्वचा को कई पोषक पदार्थो मिल जाते हैं। पपीता में फाइबर की मात्रा के कारण शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। पपीता में फाइबर एंटीऑक्सीडेंट आंतों और पेट साफ करने में मदद मिलती है। पीरिड्स में दर्द से गुजर रही महिलाओं को अपने आहार में पपीता जरूर शामिल करना चाहिए, क्योंकि पापिन नाम एंजाइम माहवारी के दौरान रक्त स्राव की वजह से होने वाले दर्द को दूर करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *