भोपाल, राजधानी के प्रमुख स्टेशन (भोपाल) पर फुट ओव्हरब्रिज दुर्घटना में सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) वर्क्स बीके मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है। दुर्धटना के लिए जिम्मेदार शेष अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल नए सिरे से फुट ओव्हर ब्रिज (एफओबी) का ऑडिट कराया जा रहा है। इसमें खामी मिलने पर उसे कंडम घोषित करके नया एफओबी बनाया जाएगा। इसकी ऑडिट रिपोर्ट और उसके आधार पर एक्शन प्लान जबलपुर रेलवे जोन के जीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने मांगा है। हादसा गुरुवार सुबह 9.04 बजे हुआ था। जीएम शुक्रवार सुबह स्टेशन पहुंचे थे। उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया। उन्होंने घायलों से अस्पताल पहुंचकर मुलाकात की। इसी बीच एसएसई वर्क्स को निलंबित कर दिया है। स्टेशन के इटारसी छोर पर नया एफओबी बना है। इसका एक हिस्सा कुछ महीने से बंद है। जीएम ने इसके बारे में मैदानी अधिकारियों से पूछा ये क्यों बंद हैं? अधिकारियों ने जवाब में कहा कि प्लेटफार्म-1 की तरफ नई बिल्डिंग का काम चल रहा है इसलिए बंद करना पड़ा। जीएम ने फिर पूछा, प्लेटफार्म-1 से एफओबी क्यों नहीं जुड़ा? इस पर अधिकारियों ने बताया कि प्लेटफार्म-1 की लंबाई कम है। उसकी लंबाई बढ़ाकर जोड़ने की तैयारी है लेकिन नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य आड़े आ रहा है। इस पर जीएम ने दो टूक कहा- किसी भी तरह नया एफओबी चालू करो। बंद नहीं रहना चाहिए। इसके बाद अधिकारियों ने जीएम के रवाना होने के बाद नए एफओबी को चालू करने मौका-मुआयना किया। मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य निरंजन वाधवानी ने कहा कि अकेले एसएसई वर्क्स को निलंबित करना ठीक नहीं है। उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए, जो दो साल में कई बार स्टेशन निरीक्षण कर चुके हैं और फिर भी खामियां नहीं पकड़ सके। पूर्व सदस्य पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि ब्रिजों की ऑडिट का बकायदा शैड्यूल होता है। जिन इंजीनियरों ने ऑडिट किया था उन्होंने लापरवाही बरती है, उन्हें भी हटाया जाए। इस बारे में पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर जोन के जीएम शैलेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि रैंप का ढहना लापरवाही है, इसकी जांच शुरु कर दी है। इसमें जिन अधिकारी, कर्मचारियों की गलतियां सामने आएगी, उन पर कार्रवाई करेंगे। फिलहाल एक एसएसई वर्क्स को निलंबित कर दिया है।
भोपाल रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में इंजीरियर मिश्रा निलंबित
