जबलपुर, सीबीआई ने बरगी नहर प्रोजेक्ट के मुआवजे के नाम पर 9 बैंक खातों में 4 करोड़ 90 लाख रुपए का फर्जी चेक के माध्यम से भुगतान करने के मामले की एफआइआर दर्ज की है। जिनके अकाउंट में यह राशि ट्रांसफर हुई है। उनका नाम भू अर्जन के मुआवजे की सूची में शामिल नहीं है।
सीबीआई के अनुसार बरगी नहर परियोजना की भू अर्जन अधिकारी का अकाउंट कटनी सेंट्रल बैंक में था किसानों के मुआवजे का भुगतान इसी अकाउंट से होता है। जुलाई 2016 में सेंट्रल बैंक से 26 चेक बुक जारी की गई थी। इनमें से कुछ चेक सही किसानों को दिए गए कार्यालय में रखी गई चेक संख्या 12020 से लेकर 12099 तक के चेक में फर्जी हस्ताक्षर के माध्यम से 14 सितंबर 2017 से 1 नवंबर 2017 के बीच में 4 करोड़ 98 लाख 4470 बैंक से निकाले गए। सीबीआई ने बरगी प्रोजेक्ट की लिपिक चंद्रकांता महोदय के बयान दर्ज किए हैं। लिपिक के अनुसार चेक बुक कार्यालय में सुरक्षित रखी हुई है। इस मामले की जानकारी उसने अपने उच्चाधिकारियों को भी दी है। शासन की शिकायत पर सीबीआई ने मामला दर्ज कर जिन नौ व्यक्तियों को यह भुगतान हुआ है उनके बारे में जांच शुरू कर दी है।
भू अर्जन अधिकारी की फर्जी चेक बुक से 5 करोड़ की धोखाधड़ी के बाद दर्ज हुई एफआईआर
