ग्वालियर, जिले के आंतरी थाना क्षेत्र टेकनपुर क्षेत्र में मकोड़ा के पास मेन रोड पर रहने वाली 98 साल की किन्नर की हत्या उसके ही शिष्यों ने प्रॉपटी के लालच में अपने दो अन्य बदमाश साथियों के साथ मिलकर सरिया घोंपकर की थी। इसके बाद शव को मकोड़ा स्थित घर के बाहर पटककर भाग गए थे। पुलिस ने हत्या में शामिल चारों आरोपियों को पकड़कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मकोड़ा में मेन रोड पर किन्नर समाज का एक बड़ा भवन स्थित है, जहां पर सभी किन्नर रहते हैं। किन्नर समाज की मुखिया 98 साल की मुन्नीबाई का शव विगत १४ फरवरी को सुबह करीब छह बजे घर के बाहर कंबल में लिपटा हुआ पड़ा मिला था। शव पर कई चोंटों के निशान थे वहीं कूल्हे के नीचे गहरा घाव था। जिसके चलते हत्या का मामला प्रतीत हो रहा था। मंगलवार को आंतरी पुलिस ने हत्या करने वाले रिंकी किन्नर, आशा किन्नर, फजल नट व मोंटी सोनी को अलग-अलग जगह से पकड़ लिया और पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करना कुबूल लिया। इसके बाद चारों को
मृतका के केयर टेकर पूरन सिंह ने बताया था कि मुन्नीबाई विगत दो फरवरी को भितरवार में अपने शिष्य रिंकू किन्नर के घर रहने के लिए गई थी। जब वह गई थी तब उनके पास लाखों रुपए नगद थे। इसके अलावा दोनों कानों में सोने की छह बालियां, चार तौले की सोने की जंजीर, हाथों में चूड़ियां भी थी। लेकिन जब घर के बाहर शव मिला तब कुछ नहीं था। आंतरी थाना प्रभारी जीतेंद्र मावई ने बताया कि रिंकी किन्नर भितरवार में रहती है, वहीं आशा किन्नर मगरौनी में रहती हैं। दोनों ही मृतका को लेकर मगरौनी पहुंचे थे और प्रापर्टी के लालच में सरिया घोंपकर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद फजल नट व मोंटी सोनी शव को गाड़ी से लेकर आए और घर के बाहर पटकर चले गए थे।
प्रॉपर्टी हथियाने वृद्ध किन्नर की उसी के दो शिष्यों ने की थी हत्या
