सोनभद्र पर रार पीड़ितों के परिजनों से गेस्ट हाउस के बाहर मिलीं प्रियंका महिलाओं के गले लग रोईं

मिर्जापुर, यूपी में हुए लोमहर्षक हत्याकांड को लेकर सोनभद्र जाने की जिद पर अड़ीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 24 घंटे के धरने के बाद चुनार गेस्ट हाउस के बाहर पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों से मुलाकात की। शनिवार की सुबह चुनार के गेस्ट हाउस के बगीचे में पीड़ित परिवार की महिलाएं प्रियंका गांधी से मिलने के लिए पहुँची। महिलाओं को रोते देख प्रियंका भी भावुक हो गईं और महिलाएं उनके गले लग कर रो पड़ीं। उन्होंने महिलाओं से बातचीत की और उन्हें पानी पीने के लिए कहा। प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं इनसे मिलने के लिए इनके पास जाना चाहती थी लेकिन प्रशासन ने मुझे जाने नहीं दिया और इन लोगों को मेरे पास आना पड़ा है।
इससे पहले गेस्ट हाउस के बाहर पीड़ितों ने कहा कि उन्हें गेस्ट हाउस आने से रोका जा रहा है, वे 15 लोग हैं और सिर्फ प्रियंका से मिलने आए हैं। महिलाएं भी आई हैं। प्रियंका ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘प्रशासन न हमें मिलने दे रहा है और पीड़ित परिवारों को भी यहां आने से रोक रहा है।’ इसी के साथ वह दोबारा धरने पर बैठ गई हैं। मालूम हो कि सोनभद्र जाने की जिद पर अड़ी प्रियंका ने कहा था कि अगर प्रशासन चाहे तो कहीं और भी पीड़ितों को उनसे मिलवा सकता है।
मैं पीड़ितों से किसी भी सूरत में मिलना चाहूंगी-
प्रियंका ने कहा, ‘प्रशासन की मानसिकता मेरे समझ से परे हैं। वे लोग इतने दर्द में मुझसे मिलने आए हैं लेकिन प्रशासन ने मुझे जाने दे रहा है और न उन्हें आने दे रहा है। जिनसे मिलने मैं आई थी उन्हें मुझसे मिलने आना पड़ रहा है।’ प्रियंका ने कहा कि कुछ लोगों को मिलने से रोका जा रहा है। पीड़ित परिवारों से बात करते हुए प्रियंका भावुक भी हो गईं। प्रियंका ने कहा कि वह धारा 144 का उल्लंघन नहीं करना चाहतीं फिर भी सरकार उन्हें पीड़ितों से मिलने नहीं दे रही है। प्रियंका ने कहा कि अगर सोनभद्र नहीं जाने दिया जा रहा तो मिर्जापुर या कहीं भी प्रशासन हमें पीड़ित परिवारों से मिलवा दे, लेकिन मिले बिना नहीं जाएंगे। दूसरी ओर, कांग्रेस के कई बड़े नेता भी मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस पहुंच रहे हैं। प्रियंका के समर्थन में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश सिंह बघेल, जितिन प्रसाद और दीपेंद्र हु़ड्डा भी चुनार पहुंच रहे हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘जब मुझे रोका गया तो मैंने कल ही कहा था कि मैं धारा 144 का उल्लंघन नहीं करना चाहती हूं और आप गाड़ी में ही मुझे बैठाकर ले चलिए, मैं अपने साथ दो लोगों को ही लेकर सोनभद्र चलने के लिए तैयार हूं लेकिन मैं पीड़ितों से किसी भी सूरत में मिलना चाहती हूं।’ प्रियंका ने कहा, ‘मुझे पीड़ितों से मिलना है मिलवा दें। मैं परिवार के सदस्यों से मिले बिना नहीं जाऊंगी। अगर सोनभद्र के बाहर भी मिलवाना चाहे तो मिलवा दें।’
प्रियंका के धरने को भाजपा ने राजनीतिक ड्रामा बताया –
दूसरी ओर भाजपा ने प्रियंका के धरने को राजनीतिक ड्रामा करार दिया है। यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘श्रीमती वाड्रा को लगता है कि सोनभद्र में टूरिज्म चल रहा है। इसलिए वे घूमने जा रही हैं। बीएचयू गईं पीड़ित परिवारों से मिलने किसी ने आपको रोका नहीं लेकिन यहां पर धारा 144 लगाया है और अगर आप शांति भंग करने जाएंगी तो कोई सरकार अनुमति नहीं देगी।’ 1955 में आपकी सरकार ने वनवासियों की जमीनें बेची’ सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आगे कहा, ‘जो प्रशासन है अपना काम किया, आप दखलअंदाजी करेंगे, रोटियां सेकेंगे, रोड पर लेट जाएंगे तो इससे चुनाव में जो हार मिली है उस पर कोई लाभ नहीं मिलेगा।’ उन्होंने कहा, ‘1955 में आपकी ही (कांग्रेस) सरकार थी और आपने यही वनवासियों की जमीन बेच दी थी इसलिए इतने भू-माफिया पैदा हो गए हैं जिनका हम निस्तारण कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि आज ये रेकॉर्ड सामने आ रहे हैं। उस समय इतने आदिवासियों की जमीनें बेची गईं जिससे विवाद हो रहा है।
टीएमसी नेताओं को सोनभद्र जाने से रोका गया-
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बाद सोनभद्र जा रहे टीएमसी नेताओं को भी वाराणसी एयरपोर्ट पर ही रोक दिया है। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व में 4 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल सोनभद्र जा रहा था, जहां पिछले दिनों जमीनी विवाद में 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि वाराणसी पुलिस ने बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ही टीएमसी नेताओं को रोक दिया। उधर, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी मिर्जापुर के सुनार गेस्ट हाउस पहुंच रहे हैं, जहां प्रियंका को हिरासत में रखा गया। टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने अपने ट्विटर हैंडल से वीडियो शेयर किया है। वीडियो में डेरेक ने कहा, ‘हमें हिरासत में ले लिया गया है। यहां के एडीएम और एसपी ने कहा कि हम सोनभद्र नहीं जा सकते क्योंकि वहां धारा-144 लगी है। हमने बीएचयू जाने की इच्छा जताई है जहां हम पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद हमारी इच्छा है कि हमें सोनभद्र जाने की इजाजत दी जाए, जहां घटना हुई है।’

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