बिलासपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां बहतराई स्थित नवनिर्मित एस्ट्र्राेटर्फ युक्त हॉकी स्टेडियम को खिलाडिय़ों और प्रदेश की जनता को लोकार्पित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खिलाडी़ अपनी जी जान लगाकर खेल के मैदान में जौहर दिखायें, उनकी प्रतिभाओं को संवारने के लिये हरसंभव सुविधा देने सरकार हमेशा तैयार है। मुख्यमंत्री ने इस नवनिर्मित मैदान का नामकरण पूर्व मंत्री एवं हॉकी खिलाड़ी स्व.बी.आर.यादव के नाम पर करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने लोकार्पण कार्यक्रम में बिलासपुर में हॉकी के लिये स्व.बी.आर.यादव द्वारा किये गये प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्हें याद किया। श्री बघेल ने इस हॉकी स्टेडियम में रात में भी खेल आयोजित करने के उद्देश्य से फ्लड लाईट लगवाने की घोषणा की। उन्होंने स्टेडियम में दर्शक दीर्घा निर्माण के लिये भी स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिलासपुर में इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की मेजबानी से छत्तीसगढ़ गौरवान्वित है और इन हॉकी खिलाडिय़ों की प्रतिभा और प्रदर्शन के लिये सभी छत्तीसगढ़वासी उत्सुक भी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा छत्तीसगढ़ में हॉकी की पुरानी परंपरा रही है। इस युवा राज्य में हॉकी के कई दिग्गज खिलाड़ी हुये हैं। प्रदेश में संसाधनों और प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं हैं। छत्तीसगढ़ सरकार खिलाडिय़ों को बेहतर से बेहतर सुविधायें मुहैया कराने के लिये प्रतिबद्ध है। जिससे देश-विदेश में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा हॉकी को गांव-गांव तक पहुंचाने की है, ताकि ग्रामीण अंचलों की बेहतरीन प्रतिभाओं को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिये तैयार किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिये सभी ५ संभागों में ११-११ के हिसाब से ५५ खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है और इसके साथ-साथ राज्य के सभी जिलों में खेलों के नये मापदण्डों के अनुसार खेल मैदान तैयार करने के भी योजना है।
छत्तीसगढ़ का चौथा मैदान
बिलासपुर के बहतराई में ४९ एकड़ भूमि पर बना यह मैदान बिलासपुर का पहला और छत्तीसगढ़ राज्य का चौथा हॉकी मैदान है। मैदान ४ करोड़ रूपये की लागत से बना है। इस मैदान को अंतर्राष्ट्रीय हॉकी फेडरेशन द्वारा अभिप्रमाणित किया गया है। मैदान में सिंचाई के लिये स्वचलित स्प्रिंकलर सिस्टम भी लगाया गया है।