लखनऊ, देश में सर्वाधिक तिलहन उत्पादन के लिए उत्तर प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ‘‘कृषि कर्मण’ पुरस्कार से नवाजा गया है। यह पुरस्कार फरवरी-मार्च 2019 में दिल्ली में आयोजित होने वाले कृषि उन्नति मेले में दिया जाएगा। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अभी यह पुरस्कार एक ही फसल के लिए प्राप्त हुआ है, सरकार द्वारा कृषि उत्पादन में वृद्धि और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं। प्रदेश ने गेहूं व अन्य फसलों में भी रिकार्ड उत्पादन किया है। उन्होंने बताया कि कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से विभिन्न श्रेणियों में सर्वाधिक उत्पादन व उत्पादकता प्राप्त करने वाले प्रदेशों को कृषि कर्मण पुरस्कार दिया जाता है। यह उपलब्धि राज्य के किसानों द्वारा प्रयुक्त उन्नत तकनीकी विधियों एवं विस्तार सेवाओं के समन्वित प्रयास से प्राप्त हो सकी है। इस पुरस्कार में दो करोड़ की नकद धनराशि, ट्राफी एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। साथ ही इस अवसर पर तिलहन उत्पादन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रदेश के एक पुरुष तथा एक महिला कृषक को भी कृषि मंत्री का प्रगतिशील कृषकों के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार दिया जाएगा, जिसमें प्रत्येक कृषक को दो लाख रुपये नगद तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2016-17 में तिलहन की खेती 10.87 लाख हेक्टेयर में की गई जिसमें 12.39 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था। 2017-18 में 11 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिलहन का उत्पादन 13.62 लाख मीट्रिक टन प्राप्त हुआ। इस वर्ष 2018-19 में 12 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिलहन की खेती की गई है तथा उत्पादन का लक्ष्य 13.98 लाख मीट्रिक टन निर्धारित है। राज्य सरकार ने पर्याप्त मात्रा में उन्नतशील बीजों एवं अन्य कृषि निवेशों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कृषि कर्मण पुरस्कार के लिए प्रदेश के सभी किसानों तथा कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी।
तिलहन उत्पादन के लिए यूपी को ‘‘कृषि कर्मण’ पुरस्कार
