भोपाल, मध्यप्रदेश और देश के इतिहास में पहली बार एक मूक-बधिर युवक विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहा है। यह यूवक हैं सतना के सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुदीप शुक्ला। सुदीप शुक्ला मूक-बधिर हैं, और 12 लाख रुपए महीने की नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सुदीप व उनकी पत्नी दीपमाला ही परिवार में मूक-बधिर है, बाकि सभी बोल-सुन सकते हैं। फिलहाल यह साफ नही हुआ है कि वे किस पार्टी से चुनाव लडेगें, हालांकि उनके दादा कांग्रेसी है ऐसे में कांग्रेस से चुनाव लड़ने के चांस ज्यादा है। लेकिन कांग्रेस उन्हें टिकट देती है या नही ये अलग बात है। जानकारी के अनुसार सुदीप ने भोपाल के आशा निकेतन विद्यालय से हायर सेकंडरी की पढ़ाई करने के बाद चेन्नई से बीकॉम व एमएससी (आइटी) की पढ़ाई की। पढ़ाई के बाद बेंगलुरू में 2006 से ही इंफोसिस में नौकरी। इनकी तनख्वाह 12 लाख रुपये प्रतिमाह है। सुदीप शुक्ला यौन शोषण की बढ़ती घटनाओं और मूक बधिरों के अधिकारों के लिए राजनीति में आना चाहते हैं। अपनी तैयारियो को लेकर सतना निवासी सुदीप पुत्र रमेशकुमार शुक्ला (36) चुनाव की तैयारियां के बीच शहर-शहर जाकर सांकेतिक भाषा के जानकारों से मिल रहे हैं। इसी दोरान इंदौर में भी वह उन बच्चों से मिले जो शेल्टर होम में यौन शोषण का शिकार हुए हैं। सतना के रहने वाले सुदीप ने इसके लिए वॉलेंटियर्स की टीम भी तैयार कर विधानसभा का चुनाव भी सतना से ही लड़ेंगे। गौरतलब है कि ऐसा देश में भी पहली बार होगा जब कोई मूक बधिर चुनाव मैदान में उतरेगा।
बारह लाख कि नौकरी छोडकर मूक-बधिर युवक उतरेगा चुनावी मैदान मे
