भोपाल/इंदौर,लंबे समय से बारिश के लिए तरस रहे प्रदेश वासियों को आखिरकार राहत मिल ही गई। राजधानी में गुरुवार अलसुबह लोग सोकर जागे तो उनका झमाझम बारिश ने स्वागत किया। करीब दो घंटे तक लगातार हुई बारिश ने शहर को तरबतर कर दिया। मौसम विभाग की माने तो अरब सागर में हलचल बढ़ने के साथ ही सुस्त पड़े मानसून को ऊर्जा मिलना शुरू हो गई है। जिसके चलते प्रदेश में बरसात का दौर शुरू हो गया है। मौसम विज्ञानियों ने 2-3 दिन बाद तेज बौछारों का सिलसिला शुरू होने के आसार जताए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक उत्तरी महाराष्ट्र से लेकर उत्तरी केरल तक द्रोणिका लाइन(ट्रफ) बना हुआ है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात पर एक चक्रवात बन गया है। इस वजह से अरब सागर से बड़े पैमाने पर मप्र के वातावरण में नमी आने लगी है। जिसके चलते बौछारें पड़ने लगी हैं।
मौसम विज्ञानी बीके साहा ने बताया कि 2-3 दिन बाद बरसात की गतिविधियां और तेज होंगी। बुधवार को रतलाम में 11,सागर में 6,जबलपुर में 4.8, दमोह, मंडला में 4, पचमढ़ी में 3, खरगोन, होशंगाबाद, बैतूल, शाजापुर में 2, भोपाल में 1.8मिमी. पानी गिरा। इंदौर में भी आखिरकार लंबे समय बाद बादल उमड़ घुमड़कर बरसे। पूर्वी इलाकों में तो मामूली पानी बरसा लेकिन पश्चिम क्षेत्र में जोरदार बारिश हुई। घंटेभर में 1 इंच पानी बरस गया। घंटेभर की बारिश में शहर तरबतर हो गया। गर्मी से परेशान लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की। बुधवार को सुबह से आसमान में बादलों का ड़ेरा था। दिनभर लोग बारिश होने का इंतजार कर रहे थे। शाम 4 बजे बाद अचानक जोरदार बरसात शुरू हो गई। बारिश की गति इतनी तेज थी कि सामने का कुछ नजर नहीं आ रहा था। सड़कों के किनारे वाहनों की लाइन लग गई। वहीं राहगीरों के कदम थम गए। अन्नपूर्णा, महूनाका, एरोड्रम, मरीमाता, राजबाड़ा , चिमनबाग, राऊ, राजेंद्र नगर सहित पश्चिमी एबी रोड पर तेज बारिश हुई। मौसम केंद्र के मुताबिक बुधवार को शाम साढ़े 5 बजे तक 25.2 मिलीमीटर यानी 1 इंच बारिश हुई। इसी के साथ अब तक कुल बारिश 170 मिमी.यानी साढ़े 6 इंच हो चुकी है।
MP के कई स्थानों पर झमाझम, सुस्त पड़ा मानसून सक्रिय हुआ
