लखनऊ,अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बेहद आक्रोशित संतों ने आज लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की। मुख्यमंत्री के साथ उनके सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग पर अयोध्या के संतों की बैठक करीब आधा घंटा तक चली। मुख्यमंत्री के साथ भेंट के बाद आज दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, उदासीन आश्रम के महंत भरत दास समेत अयोध्या के कई साधु-संतों ने कहा कि हमारी अब भाजपा से कोई नाराजगी नहीं है, हम लोगों ने सरकार बनवाई हम लोग नाराज नहीं हैं। आज हमारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अयोध्या के विकास को लेकर बातचीत हुई है। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या के चहुंमुखी विकास को लेकर महंत सुरेश दास के साथ अयोध्या के करीब एक दर्जन संत-महंत आज सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले। इनके साथ विधायक वेदप्रकाश भी थे। आज यहां साधु-संतों ने अयोध्या के चहुंमुखी विकास के एजेंडे को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इसके अलावा महंत सुरेश दास सहित पुजारियों के एक बड़े समूह ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता की। इस मसले में इनका दो टूक कहना है कि मंदिर के मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि अयोध्या के महंत सुरेश दास ने राम मंदिर निर्माण को लेकर केंद्र सरकार को सीधे चुनौती दी है। दिगंबर अखाड़े के महंत ने कहा है कि अगर भाजपा २०१९ में फिर से सत्ता में आना चाहती है तो उसे राम मंदिर बनाना ही होगा। उन्होंने आगे चेतावनी भी दी कि अगर वह ऐसा नहीं करते तो भाजपा के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे जिससे उनकी हार तय होगी। अयोध्या के संतों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाकात खत्म होने दौरान माना गया कि संतों का सबसे बड़ा मुद्दा राम मंदिर निर्माण ही है। बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने संतों को मंदिर निर्माण के लिए आश्वस्त किया है।
राम मंदिर निर्माण को लेकर संतों ने की योगी से मुलाकात
