जबलपुर,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जबलपुर के ग्राम सालीवाड़ा गौर की पीएम आवास योजना की हितग्राही महिला उषा बाई गौड़ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। प्रधानमंत्री के हर सवाल का उषा बाई ने बेबाक़ी से जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने उषा बाई से पूछा आवास मिलने पर उसे कैसा लग रहा है ,उसके पड़ोसी अब क्या सोचते हैं। पीएम ने पूछा बताओ क्या मैं अच्छा काम कर रहा हूँ, कोई गलती तो नहीं कर रहा, गलती करूं तो आप मोदी के कान मरोड़ सकते हैं।
मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही आवास योजना के लाभार्थियों से बात करते हुए कहा कि हर किसी का सपना होता है कि उसको पास अपना घर हो, आवास योजना सिर्फ ईंट-गारे की योजना नहीं है. यह जीवनस्तर को बढ़ाने सपनों को सच करने की योजना है। उन्होंने कहा कि हमने प्रण लिया है 2022 तक, जब आज़ादी के 75 साल हो जायेंगे, हिंदुस्तान के हर परिवार के पास अपना पक्का घर हो।
पीएम मोदी के प्रश्नों के जबाब में जबलपुर की उषा बाई ने कहा पक्का घर का उसका सपना था जो इस योजना से पूरा हो सका। उषा बाई ने पक्का घर बन जाने पर खुशी व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री को बताया कि उसे अब बारिश में भी कोई परेशानी नही होती। पहले कच्चे मकान की छत से पानी टपकने के कारण सामान सारा गीला हो जाता था। अब वो चैन की नींद सोती है। उषा बाई ने पी एम को बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का घर मिलने से उसके पड़ोसी उससे ईर्ष्या नहीं रखते बल्कि पड़ोसी भी यह उम्मीद बढ़ गई कि उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा और उनका भी पक्के घर का सपना पूरा होगा।
उषा बाई गौड़ ने करीब एक साल पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिली मदद से पक्का घर बनबाया था। उषा बाई के पति की लगभग चार साल पहले एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। उषा बाई तभी से मजदूरी करके अपना भरण पोषण कर रही है। उसके कोई बच्चे भी नहीं है। 44 बर्षीय उषा बाई प्रधान मंत्री से बात करके काफी खुश दिखाई दी। उषा बाई प्रधानमंत्री आवास योजना के उन 17 हितग्राहियों में शामिल थी जो वीडियो कांफ्रेसिंग के लिए कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी के व्ही सी रूम पहुंचे थे। इनमे से केवल उषा बाई को हो प्रधानमंत्री से बात करने का अवसर मिला।
प्रधानमंत्री ने जबलपुर की उषा बाई से पूछा, “मैं ठीक काम कर रहा हूँ ना, गलती तो नहीं की”
