भोपाल,कांग्रेस महासचिव और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नर्मदा परिक्रमा के बाद अब एक और यात्रा पर जल्द ही निकलने वाले हैं। उनकी पिछली यात्रा जहां पूरी तरह धार्मिक थी, वहीं यह यात्रा पूरी तरह राजनीतिक होगी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य कांग्रेस की राज्य इकाई में एकता लाना और स्थानीय नेताओं को मनाकर घर वापसी कराना है। दिग्विजय के मुताबिक उनकी इस यात्रा के लिए ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) एक नई समिति गठित करने जा रही है। उनका कहना है कि 22 मई तक यह समिति बन जाएगी। उसके बाद ही यात्रा शुरू होगी। इस यात्रा में उनके साथ कौन-कौन होगा? इस सवाल पर उनका कहना था, जो लोग टिकट नहीं मांगेगे, वही इस यात्रा में शामिल हो सकेंगे। दिग्विजय पिछले साल अक्टूबर में पत्नी अमृता के साथ नर्मदा परिक्रमा पर निकले थे, तब ही उन्होंने एलान कर दिया था कि इसके बाद वह कांग्रेस को मजबूत करने के लिए प्रदेश परिक्रमा करेंगे। तब उन्होंने अपने पुराने साथी महेश जोशी से यात्रा के लिए तैयार रहने को कहा था। लेकिन अब सेवादल के पूर्व प्रमुख रामेश्वर नीखरा का नाम भी यात्रियों में जुड़ गया है। नीखरा ने उनके साथ छह महीने की नर्मदा परिक्रमा भी की थी। अब एकता परिक्रमा के लिए भी नीखरा सक्रिय हैं। 2003 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद दिग्विजय ने 10 साल का राजनीतिक वनवास ले लिया था। बाद में वह राज्यसभा सदस्य बने। दिग्विजय बीजेपी के निशाने हैं। शायद यही वजह है कि करीब 15 साल सत्ता में बिताने के बाद भी बीजेपी सरकार आज भी अपने हर काम की तुलना दिग्विजय की सरकार से करती है। हालांकि यह अलग बात है कि उन पर लगाए गए आरोप बीजेपी के नेता साबित नहीं कर पाए।
दिग्विजय अब रूठों को मनाने के लिए एकता परिक्रमा पर निकलेंगे
