भोपाल, गुजरात में भाजपा की नाक में दम करने वाली तिकडी हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी की जोड़ी अब मप्र में सेंधमारी की तैयारी कर रही है। ये तीनों ही नेता संभवत: आठ अप्रैल को वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव के गृह क्षेत्र गढ़ाकोटा में संयुक्त पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के बैनर तले बुंदेलखंड क्षेत्र में पहला बड़ा कार्यक्रम करेंगे। इसके बाद यह सिलसिला विधानसभा चुनाव तक जारी रहेगा। सबसे चौकाने वाली बात यह है कि इस आयोजन को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा से जुड़े नेताओं का भी समर्थन हासिल है। रेहली विधानसभा क्षेत्र से गोपाल भार्गव लगातार सात बार से चुनाव जीत रहे हैं। एक प्रकार से यह सीट भाजपा का गढ़ बन चुकी है। जातीय समीकरणों के सहारे कांग्रेस व अन्य राजनीतिक दलों ने इस किले को भेदने की कोशिश तो की पर सफलता हाथ नहीं लगी, जबकि क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या 9-10 हजार से ज्यादा नहीं है। क्षेत्रों में सर्वाधिक 60 से 65 फीसदी संख्या पिछड़ा वर्ग की है।
कांग्रेस अभी तक इस वर्ग के व्यक्ति को चुनाव मैदान में उतारकर जीत का परचम लहराने की नाकाम कोशिश करती रही है। इस बार नए समीकरण सामने आ रहे हैं। पिछड़ा वर्ग का संयुक्त मोर्चा बन गया है। इसका पहला आयोजन आठ अप्रैल को प्रस्तावित है। इसमें गुजरात की उस तिकड़ी (हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी) को बुलाया गया है, जो भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। इन्हें बुलाने वालों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के पदाधिकारी भी शामिल हैं। महासम्मेलन के आयोजक बहादुर सिंह लोधी, जीवन पटेल और महेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों को केंद्र और राज्य सरकार ने ठगा है। यहां से दोनों सरकार के खिलाफ शंखनाद होगा। उधर, गोपाल भार्गव ने गढ़ाकोटा में हो रहे इस कार्यक्रम को लेकर कहा कि मैंने कभी जातिवादी राजनीति नहीं की। सेवा, कर्म और विकास की राजनीति करता हूं। मेरे क्षेत्र के लोग समझदार है। इन हथकंडों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। किसान क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पाटीदार ने बताया कि हार्दिक पटेल 6 से 8 अप्रैल तक मध्यप्रदेश के दौरे पर रहेंगे। वे आठ अप्रैल को बेगमगंज से रोड शो करते हुए सागर पहुंचेंगे। वे यहां डॉ.हरीसिंह गौर, रानी अवंतिका बाई और सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे।