अहमदाबाद,कांग्रेस अगले एक-दो दिन में विपक्ष के नेता के नाम का ऐलान कर सकती है. अहमदाबाद में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव गांधी भवन में केन्द्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में विधायकों की बैठक के बाद अब विपक्ष का नेता तय करने की जिम्मेदारी पार्टी हाईकमांड को सौंप दी गई है. कांग्रेस के सभी विधायकों और प्रदेश नेताओं के साथ एआईसीसी के महासचिव और गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्रसिंह ने व्यापक चर्चा के बाद प्रत्येक विधायक से व्यक्तिगत बातचीत की. विपक्ष के नेता के संदर्भ में शक्तिसिंह गोहिल, अर्जुन मोढवाडिया और सिद्धार्थ पटेल का अभिप्राय भी लिया गया है. पर्यवेक्षक अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमांड को सौंपेंगे, जिसके बाद ही गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता का नाम जाहिर किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक विपक्ष के नेता पद के लिए परेश धानाणी के नाम को सभी नेताओं ने समर्थन किया है. भरतसिंह सोलंकी ने बताया कि केन्द्रीय निरीक्षक अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमांड को सौंपेंगे, जिसके बाद जल्द विपक्ष के नेता के नाम का ऐलान किया जा सकता है. गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत ने कहा कि सभी विधायकों ने एकमत से प्रस्ताव पारित कर विपक्ष का नेता तय करने की जिम्मेदारी पार्टी हाईकमांड पर छोड़ दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हमें पार्टी विधायकों की इच्छा जानने के लिए यहां भेजा था. एक प्रश्न के उत्तर में अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी मामलों में किसी की दखलंदाजी मंजूर नहीं है. विपक्ष के नेता का फैसला कांग्रेस हाईकमांड करेगा. गौरतलब है हार्दिक पटेल ने परेश धानाणी को विपक्ष का नेता बनाए जाने की मांग करते हुआ कहा था कि यदि ऐसा नहीं हुआ वह कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन करेंगे. लेकिन अशोक गहलोत के बयान से ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस को हार्दिक पटेल की जरूरत केवल चुनाव तक थी.