रांची,मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड तेजी से विकास कर रहा है। यहां आधारभूत संरचना के साथ में काफी काम हो रहा है। काम को गति देने में एशियन डेवलपमेन्ट बैंक (एडीबी) अपनी महत्ती भूमिका निभाये। झारखंड में एडीबी ने अच्छा सहयोग किया है। आनेवाले दिनों में राज्य को 10-12 हजार करोड़ रुपये का सहयोग करे। इसमें सड़क, हाउसिंग शहरी विकास, उच्च शिक्षा, कौशल विकास, पर्यटन आदि क्षेत्र की योजनाएं शामिल हैं। सभी में काम शुरु करने की स्थिति है। श्री दास मंगलवार को एडीबी के कंट्री डायरेक्टर केनिची योकोयामा व अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि 2020 तक झारखंड में कोई बेघर न रहे। इसके लिए बड़े पैमाने पर काम चल रहा है। इसके साथ ही हम विश्वस्तरीय विश्वविद्य्नालय बनाना चाहते हैं। पहले राष्ट्रीय स्तर का विश्वविद्य्नालय बनाया जायेगा, फिर इसे विश्वस्तरीय करने का काम होगा। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में गरीबी है। लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए हम काम कर रहे हैं। गरीब घर के बच्चों का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार से जोड़ा जायेगा। इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और झारखंड पर लगा पलायन का कंलक मिट सकेगा। हमारे बच्चे-बच्चियों को घर बैठे ही रोजगार मिल सकेगा। कौशल विकास के लिए सिंगापुर की आइटीइ कंपनी के साथ करार किया गया है। हमें 20-25 वर्ष आगे की सोच रखकर राज्य का निर्माण करना है। हम इसी दिशा में बढ़ रहे हैं। पर्यटन में अंजन धाम, पारसनाथ, रजरप्पा, पतरातू को विकसित करने के साथ ही टूरिज्म सर्किट बनाने पर भी काम हो रहा है। इन सभी कामों में एडीबी की सक्रिय भूमिका जरुरी है। बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, पथ सचिव मस्तराम मीणा, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह, पर्यटन सचिव राहुल शर्मा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।